अयोध्या, 26 अक्टूबर: भगवान राम के भक्तों के लिए बड़ी खबर है, गर्भगृह में राम लला की मूर्ति की स्थापना के बाद जनवरी 2024 में मकर संक्रांति के अवसर पर अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Temple) के कपाट खोले जाएंगे. मंदिर भूकंप प्रतिरोधी और 1,000 से अधिक वर्षों तक चलने के लिए पर्याप्त मजबूत बनाया गया है. यह जानकारी राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने साझा की है. चंपत राय ने कहा कि मंदिर का निर्माण 1,800 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है और 50 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. यह भी पढ़ें: Ayodhya Ram Mandir: राम मंदिर निर्माण के पहले चरण का काम पूरा, नीव के लिए 15 मीटर मोटी कंक्रीट की चट्टान बनाई गई, तस्वीरें आईं सामने
गर्भगृह में 160 स्तंभ होंगे जबकि पहली मंजिल में 82 स्तम्भ होंगे. कुल मिलाकर, संरचना में सागौन की लकड़ी से बने 12 प्रवेश द्वार होंगे, जबकि एक राजसी मुख्य प्रवेश द्वार, "सिंह द्वार", नृत्य", "रंग" और "गूढ़" मंडप पहली मंजिल पर होगा. मुख्य मंदिर का डायमेंशन 350×250 फीट होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुझाव पर मंदिर के खुलने के बाद उसके आसपास के पांच किलोमीटर के क्षेत्र पर फुटफॉल के प्रभाव का आकलन करने के लिए अध्ययन किया जा रहा है. उन्होंने कहा, "हम काम की गति और गुणवत्ता से संतुष्ट हैं."
2.7 एकड़ क्षेत्र में फैले इस मंदिर के निर्माण में राजस्थान से लाए गए ग्रेनाइट पत्थरों का उपयोग किया जा रहा है. परियोजना प्रबंधक जगदीश अपाले ने कहा कि गर्भगृह का निर्माण इस तरह किया गया है कि राम नवमी पर सूर्य की किरणें राम लला की प्रतिमा पर पड़े.