Brahmaputra Jorhat Boat Accident: ब्रह्मपुत्र नदी में रातभर चला रेस्क्यू ऑपरेशन, अभी भी कई लोग लापता, एक की मौत की पुष्टि
असम (Assam) के जोरहाट (Jorhat) में ब्रह्मपुत्र नदी (Brahmaputra River) में नाव दुर्घटना के बाद बचाव अभियान जारी है. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ज्ञानेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि 87 लोगों को बचा लिया गया है जबकि 2 लोग अभी भी लापता हैं.
Jorhat Boat Accident Latest Updates: असम (Assam) के जोरहाट (Jorhat) में ब्रह्मपुत्र नदी (Brahmaputra River) में नाव दुर्घटना के बाद बचाव अभियान जारी है. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ज्ञानेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि 87 लोगों को बचा लिया गया है जबकि 2 लोग अभी भी लापता हैं. बताया जा रहा है कि नदी में दो नावों में टक्कर होने से एक नाव पलट गई. असम: डिब्रूगढ़ में ब्रह्मपुत्र नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है
एनडीआरएफ (NDRF) के एक अधिकारी ने बताया कि हादसे की सूचना मिलते ही घटनास्थल पर हमारी टीम पहुंची. एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) अधिकारी ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन रातभर चला है. फिर से ऑपरेशन शुरू कर रहे हैं और नाव से लापता लोगों की तलाश करेंगे. लापता लोगों की सही संख्या के बारे में अभी जानकारी नहीं है. नाव में लगभग 70 लोग सवार थे.
उन्होंने कहा "हमने नाव को काटकर सर्च किया, पूरे क्षेत्र की छानबीन की गई. कोई शव नहीं मिला. सामान और महिलाओं के 2 पर्स मिले हैं. इसके अलावा कैरी बैग और 2 हेलमेट मिला है." अब तक तीन लोगों के जख्मी और एक महिला की मौत की पुष्टि हुई है.
अधिकारियों ने बताया कि टक्कर तब हुई जब निजी नाव 'मा कमला' निमती घाट से माजुली की ओर जा रही थी और सरकारी स्वामित्व वाली नौका 'त्रिपकाई' माजुली से आ रही थी. अंतर्देशीय जल परिवहन (आईडब्ल्यूटी) विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि नौका पलटकर डूब गई. जबकि दूसरी नाव किसी तरह तैरती रही और एनडीआरएफ और राज्य आपदा मोचन बल के जवानों ने उसमें सवार सभी लोगों को बचा लिया.
आईडब्ल्यूटी के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि नाव पर 120 से अधिक यात्री सवार थे, लेकिन उनमें से कई को विभाग के स्वामित्व वाली 'त्रिपकाई' नौका की मदद से बचा लिया गया. जबकि नौका से बचाई गई एक महिला को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई. अधिकारियों ने बताया कि नौका में सवार करीब 30 दुपहिया वाहन पानी के अंदर दब गये.
नदी द्वीप माजुली और जोरहाट जिले के बीच संचार का एकमात्र साधन नाव घाट हैं और नदी के ऊपर परिवहन अक्सर खतरनाक और जोखिम भरा होता है, विशेष रूप से मानसून के महीनों (जून से सितंबर) के दौरान जब शक्तिशाली ब्रह्मपुत्र में पानी बढ़ जाता है. माजुली, दुनिया का सबसे बड़ा नदी द्वीप, वर्ष के अधिकांश भाग के लिए ब्रह्मपुत्र के उत्तरी तट से सड़क मार्ग द्वारा पहुंचा जा सकता है. (एजेंसी इनपुट के साथ)