श्रीनगर, 21 जुलाई : अमरनाथ यात्रा 30 जून से शुरू होने के बाद से पिछले 21 दिनों में 2.19 लाख से अधिक लोगों ने दर्शन किए हैं, जबकि 4,703 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था गुरुवार को जम्मू से घाटी के लिए रवाना हुआ. श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के अधिकारियों ने बताया कि यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक 2,19,755 तीर्थयात्रियों ने यात्रा की है. अधिकारियों ने कहा, "बुधवार को 11,434 तीर्थयात्रियों ने पवित्र गुफा में दर्शन किए थे. 4,703 यात्रियों का एक अन्य जत्था गुरुवार को दो सुरक्षा काफिले में जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से घाटी के लिए रवाना हुआ." इनमें से 2,001 बालटाल के रास्ते जा रहे हैं, जबकि 2,702 पहलगाम आधार शिविर जा रहे हैं.
छोटे बालटाल मार्ग का उपयोग करने वालों को गुफा मंदिर तक पहुंचने के लिए 14 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है. वे दर्शन करके उसी दिन आधार शिविर लौट जाते हैं. पारंपरिक पहलगाम मार्ग का उपयोग करने वालों को गुफा मंदिर तक पहुंचने के लिए चार दिनों के लिए 48 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है. यात्रियों के लिए दोनों मार्गो पर हेलीकॉप्टर सेवाएं उपलब्ध हैं. पहलगाम मार्ग पर पंचतरणी में बुधवार को एक स्थानीय टेंट मालिक की प्राकृतिक कारणों से मौत हो गई और इस साल की यात्रा के दौरान प्राकृतिक कारणों से मरने वालों की संख्या बढ़कर 35 हो गई. यह भी पढ़ें : केजरीवाल सूरत में आज करेंगे बैठक, राज्य में पार्टी की चुनावी रणनीति पर करेंगे चर्चा
8 जुलाई को गुफा मंदिर के पास अचानक आई बाढ़ में कुल 16 लोगों की मौत हो गई थी. कश्मीर हिमालय में समुद्र तल से 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित, गुफा मंदिर में एक बर्फ की संरचना है जो चंद्रमा की रोशनी पड़ने पर पिघलने लगती है. भक्तों का मानना है कि बर्फ की स्टैलेग्माइट संरचना भगवान शिव की पौराणिक शक्तियों का प्रतीक है. अमरनाथ यात्रा 2022 30 जून को शुरू हुई और 43 दिनों के बाद 11 अगस्त को रक्षा बंधन त्योहार के साथ श्रावण पूर्णिमा पर समाप्त होगी.