भारत के मिशन चंद्रयान-2 के लैंडर 'विक्रम' का चांद की सतह पर उतरने से पहले भले ही संपर्क टूट गया, मगर इसके बाद भी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की तारीफ पूरे देश में हो रही है। देशभर के मुख्यमंत्रियों ने लैंडर के चंद्रमा की सतह के बेहद करीब पहुंचने पर इसरो की सराहना की। चंद्रयान-2 का लैंडर विक्रम चंद्रमा की सतह से महज 2.1 कि. मी की दूरी पर था, उसी समय उसका सिग्नल चला गया। मगर इस बात से निराश न होते हुए देशभर के राजनेताओं ने इसरो वैज्ञानिकों की काम के प्रति समर्पण और प्रतिबद्धता के लिए सराहना की है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्विटर पर कहा, "इसरो का काम बेकार नहीं जाएगा।" उन्होंने कहा कि यह कई लोगों को प्रेरित करने का काम करेगा और पथ-प्रदर्शक के तौर पर अंतरिक्ष परियोजनाओं की नींव रखेगा। योगी ने कहा, "यह भारत को अंतरिक्ष विज्ञान में अग्रणी बनाएगा।"
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी हौसलाफजाई की है। उन्होंने ट्विटर पर कहा कि कोई असफलता नहीं है केवल अस्थायी बाधाएं हैं।
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में बड़ा कदम उठाने के लिए इसरो वैज्ञानिकों का समर्थन किया।
उन्होंने कहा, "इसरो के वैज्ञानिक दुनिया के कुछ विशेष लोगों में से हैं, जो इस तरह के महान अंतरिक्ष मिशनों को अंजाम देने के लिए विशेषज्ञता और क्षमता रखते हैं।"
इसी के साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने वैज्ञानिकों के बीच साहस, आशा और प्रेरणा को प्रज्वलित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने कभी हार नहीं मानने और आगे बढ़ने का मंत्र दिया है।
आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री वाई. एस. जगन मोहन रेड्डी ने कहा, "अंतिम समय में मामूली झटका सफलता के लिए एक कदम है।"
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा ने ट्विटर पर कहा "आपने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने का साहस किया है, जहां किसी और ने कभी प्रयास तक नहीं किया।"
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि इसरो के वैज्ञानिक निश्चित तौर पर इन छोटी बाधाओं को दूर कर लेंगे।
इसके अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा, "हमारे वैज्ञानिकों ने बहुत अच्छा काम किया है"
पंजाब मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने लैंडर के साथ फिर से संपर्क स्थापित होने की उम्मीद जताई।
(IANS इनपुट)