असम बेदखली अभियान में 2 की मौत, 20 घायल, सीएम बोले-कार्रवाईजारी रहेगी

असम के दरांग जिले में गुरुवार को बेदखली अभियान के दौरान पुलिस और भीड़ के बीच हुई झड़प में कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हो गए. इस घटना की व्यापक निंदा हुई.

हिमंत बिस्वा सरमा (Photo Credits: PTI)

गुवाहाटी, 24 सितंबर: असम (Assam) के दरांग जिले में गुरुवार को बेदखली अभियान के दौरान पुलिस और भीड़ के बीच हुई झड़प में कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हो गए. इस घटना की व्यापक निंदा हुई. कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने पुलिस कार्रवाई को 'राज्य प्रायोजित आग' कहा. धौलपुर में हुई हिंसक घटना में कम से कम 11 पुलिसकर्मी घायल हो गए, जबकि एक घायल पुलिसकर्मी को गुवाहाटी के गौहाटी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ले जाया गया. मारे गए लोगों की पहचान सद्दाम हुसैन और शेख फरीद के रूप में हुई है. यह भी पढ़े: Assam: अतिक्रमणकारियों पर पुलिस की गोलीबारी में दो की मौत, सरकार ने दिए न्यायिक जांच के आदेश

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने कहा कि पुलिस को कार्रवाई करने के लिए मजबूर होना पड़ा, क्योंकि बेदखली अभियान का विरोध कर रहे सैकड़ों लोगों की भीड़ ने सुरक्षाकर्मियों पर लाठी, छुरे और भाले से हमला किया. सरमा के पास गृह विभाग भी है. उन्होंने कहा कि निष्कासन अभियान, जो सोमवार को शुरू हुआ था, शुक्रवार को भी जारी रहेगा. असम सरकार ने बाद में गुरुवार रात गुवाहाटी उच्च न्यायालय के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश द्वारा न्यायिक जांच का आदेश दिया. पुलिस महानिदेशक भास्कर ज्योति महंत अब जमीनी स्थिति का जायजा लेने के लिए सिपाझार में डेरा डाले हुए हैं. उन्होंने कहा कि वायरल वीडियो में एक घायल व्यक्ति पर हमला करते हुए देखे गए कैमरामैन बिजॉय बोनिया को गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री के निर्देश पर मैंने सीआईडी से मामले की जांच करने को कहा है. " उन्होंने कहा कि कैमरामैन अब सीआईडी की हिरासत में है.

अधिकारियों ने कहा कि बंगाली भाषी मुसलमानों के लगभग 800 परिवार कई वर्षों से लगभग 4,500 बीघा (602.40 हेक्टेयर) सरकारी भूमि पर अवैध रूप से कब्जा कर रहे थे और सरकार ने हाल ही में बसने वालों को हटाकर भूमि का उपयोग कृषि उद्देश्यों के लिए करने का निर्णय लिया. सोमवार को जब बेदखली का अभियान शुरू किया गया तो कुछ परिवारों ने अपने 'घरों' को खुद हटाकर कहीं और शिफ्ट कर दिया. अधिकारियों के अनुसार, दो दिनों के ब्रेक के बाद पुलिस ने गुरुवार को बेदखली अभियान फिर से शुरू किया, जब उत्तेजित भीड़ ने हिंसा का जोरदार विरोध करने की कोशिश की. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया, "असम राज्य प्रायोजित आग पर है. मैं राज्य में अपने भाइयों और बहनों के साथ एकजुटता से खड़ा हूं. "राज्य कांग्रेस प्रमुख भूपेन कुमार बोरा ने पुलिस फायरिंग के 'बर्बर कृत्य' की निंदा करते हुए कहा, "बेदखली का कार्य अपने आप में अमानवीय है, खासकर कोविड की स्थिति के दौरान. सुप्रीम कोर्ट ने भी महामारी के दौरान बेदखली के खिलाफ एक निर्देश दिया था, फिर भी असम सरकार 1970 के दशक से इस क्षेत्र में रह रहे निवासियों को बेदखल करने के लिए एक निरंकुश तरीके से व्यवहार कर रही है. "

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