Amitabh Bachchan के पुरोहित को पुलिस ने विंध्याचल में घेरकर पीटा
खबरों के मुताबिक, रविवार को चंदौली जिले के जिलाधिकारी और उनके परिवार को पुलिस वीकेंड लॉकडाउन के बावजूद पूजा कराने मंदिर ले गई. हालांकि, जब बच्चन के परिवार के पुजारी अमित पांडे अन्य पुजारियों के साथ पूजा करने के लिए मंदिर पहुंचे, तो पुलिस ने उन्हें अंदर जाने से मना कर दिया, जिससे विवाद हो गया और झड़प शुरू हो गई.
मिर्जापुर: बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) के परिवार के पुजारी को विंध्याचल (Vindhyachal) क्षेत्र के विंध्यवासिनी मंदिर (Vindhyavasini Temple) में पुजारियों और पुलिस के बीच हाथापाई के दौरान कथित तौर पर पीटा गया. कहा जाता है कि इस पुजारी ने कथित तौर पर गांधी परिवार के लिए भी पूजा-अर्चना करवाई है. घटना का एक वीडियो वायरल हो गया है. जब Amitabh Bachchan को अपने इशारे पर नचाया था नीतू कपूर ने, शेयर किया वीडियो
खबरों के मुताबिक, रविवार को चंदौली जिले के जिलाधिकारी और उनके परिवार को पुलिस वीकेंड लॉकडाउन के बावजूद पूजा कराने मंदिर ले गई. हालांकि, जब बच्चन के परिवार के पुजारी अमित पांडे अन्य पुजारियों के साथ पूजा करने के लिए मंदिर पहुंचे, तो पुलिस ने उन्हें अंदर जाने से मना कर दिया, जिससे विवाद हो गया और झड़प शुरू हो गई.
जिलाधिकारी को पूजा करते देख पुजारियों ने भी जोर देकर कहा कि उन्हें अंदर जाने दिया जाए. घटना में अब तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है.
पुजारी के भाई सुमित पांडे ने संवाददाताओं से कहा, "पुलिस ने जानबूझकर ऐसा किया. विरोध करने वाले पुजारियों को भी झूठे मामलों में फंसाया जाता है। हम समुदाय में बहुत सम्मानित हैं."
उन्होंने कहा कि उनके भाई बच्चन परिवार के लिए नियमित रूप से 'पूजा' करवाते हैं.
पांडा समाज के पूर्व अध्यक्ष राजन पाठक ने भी इस घटना की निंदा की और कहा कि ईश्वर की नजर में प्रत्येक उपासक समान है. उन्होंने यह भी कहा कि मंदिर किसी के साथ भेदभाव नहीं करता है.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय वर्मा ने घटना से इनकार किया और कहा कि मंदिर में पूजा करने के लिए कोई भी पुलिसकर्मी किसी अधिकारी को नहीं ले गया. वर्मा ने कहा, "एक पुजारी ने दर्शन पूजा की और जब अमित पांडे अन्य आगंतुकों को दर्शन पूजा के लिए ले जाने लगे, जिस पर पुलिस ने आपत्ति जताई."