भरतनाट्यम नृत्यांगना रुक्मिणी चटर्जी ने कहा- सांस्कृतिक विविधता हमे दूसरों से अलग करती है

दुनियाभर में नृत्य प्रस्तुति दे चुकीं भरतनाट्यम नृत्यांगना रुक्मिणी चटर्जी (Rukmini Chatterjee) का मानना है कि विविध संस्कृतियों के साथ परिचित होना "हमें दूसरों से अलग श्रेणी में खड़ा करता है."

भरतनाट्यम नृत्यांगना रुक्मिणी चटर्जी (Photo Credit-IANS)

नई दिल्ली:  दुनियाभर में नृत्य प्रस्तुति दे चुकीं भरतनाट्यम नृत्यांगना रुक्मिणी चटर्जी (Rukmini Chatterjee) का मानना है कि विविध संस्कृतियों के साथ परिचित होना "हमें दूसरों से अलग श्रेणी में खड़ा करता है." रुक्मिणी नृत्य महोत्सव 'कनेक्शंस' (Connection) को क्यूरेट कर रही हैं, एक ऐसा महोत्सव जो फ्रेंच जैज संगीतकारों के साथ चीनी नर्तकियों को होस्ट करता है. यह कार्यक्रम इस सप्ताहांत आयोजित होगा.

तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शन कला महोत्सव श्री राम सेंटर फॉर परफॉर्मिग आर्ट्स (Shri Ram Center for Performing Arts) में हो रहा है. यह रेमी पैनोसियन जैज ट्रियो और बीजिंग डांस अकेडमी के कलाकारों की मेजबानी कर रहा है. मृणालिनी साराभाई से प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली कोरियोग्राफर से दुनिया की परिवर्तित संस्कृतियों के बारे में पूछे जाने पर चटर्जी ने ईमेल के जरिए आईएएनएस को बताया, "आज हम लोगों के जीवन का इसे एक अनिवार्य हिस्सा होना चाहिए क्योंकि हम एक ज्ञान अर्थव्यवस्था और एक ग्लोबल विलेज में रहते हैं."

यह भी पढ़ें: इस अभिनेत्री ने किया चौंकाने वाला खुलासा, कास्टिंग काउच की वजह से 8 महीने तक नहीं मिला था काम

25 साल पेरिस में रहीं चटर्जी ने कहा, "पिछले 28 वर्षों से मेरा कलात्मक मार्ग सीमाओं से परे एक ही मंच पर विभिन्न संस्कृतियों को एक साथ लाना और दुनिया भर से कलाकारों और कला प्रकारों को एकसाथ लाना है."

उन्होंने कहा, "अन्य संस्कृतियों को जानना और समझना हमें अपनी सीमाओं को विस्तृत करने और वैश्विक स्थितियों, मनोविज्ञान, अर्थव्यवस्थाओं और कई अन्य क्षेत्र से निपटने में सक्षम बनाने के साथ दूसरों पर एक बड़ी बढ़त देता है."

2014 में 'कनेक्शंस' फेस्टिवल के आगाज के बाद से वह ऐसे प्रदर्शनों का चयन कर रही हैं जो लोगों के दिल और दिमाग को छूते हैं. 'कनेक्शंस' महोत्सव यहां 14 अप्रैल को संपन्न होगा. शो के टिकट 'डब्ल्यूडब्ल्यूडबल्यू डॉट बुकमाईशो डॉट कॉम' (WWW Dot bookmyshow.com) पर खरीदे जा सकते हैं.

Share Now

\