देश की खबरें | कर्नाटक के मुख्यमंत्री के बयान को लेकर कांग्रेस और भाजपा में वाकयुद्ध छिड़ा

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के इस बयान पर कांग्रेस और भाजपा के बीच बृहस्पतिवार को वाकयुद्ध छिड़ गया कि राज्य में विपक्षी दल ने उनकी सरकार को गिराने के लिए सत्तारूढ़ पार्टी के 50 विधायकों को 50-50 करोड़ रुपये की पेशकश की थी।

बेंगलुरु, 14 नवंबर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के इस बयान पर कांग्रेस और भाजपा के बीच बृहस्पतिवार को वाकयुद्ध छिड़ गया कि राज्य में विपक्षी दल ने उनकी सरकार को गिराने के लिए सत्तारूढ़ पार्टी के 50 विधायकों को 50-50 करोड़ रुपये की पेशकश की थी।

सिद्धरमैया ने मैसुरु में कार्यक्रम में कहा था कि ‘‘कांग्रेस के किसी विधायक ने यह पेशकश स्वीकार नहीं की’’। उन्होंने भाजपा पर ‘‘उन्हें हटाने और उनकी सरकार को उखाड़ फेंकने’’ के प्रयास में उनके खिलाफ झूठे मामले दर्ज करने का भी आरोप लगाया था।

भाजपा ने सिद्धरमैया पर निशाना साधते हुए इसे ‘निराधार आरोप’ बताया।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र ने मुख्यमंत्री सिद्धरमैया से आरोप के आधार का खुलासा करने के लिए भी कहा।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को अपने ही विधायकों पर भरोसा नहीं रह गया है इसलिए वह झूठे आरोप लगा रहे हैं।

विजयेंद्र ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री यह साबित करने में विफल रहते हैं कि 50 कांग्रेस विधायकों में से हर एक को 50 करोड़ रुपये की पेशकश की गई थी, तो लोग उन्हें गंभीरता से नहीं लेंगे।

सिद्धरमैया ने विजयेंद्र के बयान पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं उन पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। आप मुझसे उस व्यक्ति के बारे में क्यों पूछते हैं जो अभी हाल में (राजनीति में) आये हैं?’’

विजयेंद्र ने आरोप लगाया कि एक जिम्मेदार पद पर रहते हुए सिद्धरमैया इस तरह का व्यवहार कर रहे हैं जिससे इसकी गरिमा कम हो रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘आपकी अपनी सरकार और अपनी जांच एजेंसियां ​​हैं। इसलिए, यह आपकी नैतिक जिम्मेदारी है कि आप लोगों को 50 करोड़ रुपये के रिश्वत के आरोप का स्रोत बताएं। अन्यथा, आपका बयान एक बचकाना राजनीतिक बयान से ज्यादा कुछ नहीं होगा।’’

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच की जानी चाहिए तथा प्रवर्तन निदेशालय को इसे तत्काल अपने हाथ में लेकर जांच करनी चाहिए।

पूर्व मंत्रियों वी सुनील कुमार और सी टी रवि ने ‘‘निराधार आरोप’’ लगाने के लिए मुख्यमंत्री की आलोचना की।

कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के इस दावे का समर्थन किया कि भाजपा ने 50 विधायकों को 50-50 करोड़ रुपये की पेशकश करके राज्य सरकार को ‘गिराने’ की कोशिश की थी।

संवाददाताओं को यहां संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शिवकुमार ने कहा, ‘‘भाजपा ने वास्तव में 50 कांग्रेस विधायकों को 50-50 करोड़ रुपये का प्रलोभन दिया।’’

मंत्रियों जी. परमेश्वर, एन चालुवरया स्वामी, संतोष लाड और के एस राजन्ना ने मुख्यमंत्री का समर्थन किया।

परमेश्वर ने कहा, ‘‘उनके इस बयान का कोई मतलब है। भाजपा और जद (एस) लगातार इस सरकार को गिराने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं। उनके सारे अभियान इस सरकार को अस्थिर करने के लिए हैं।’’

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