विदेश की खबरें | यूरोप में कोरोना वायरस के डेल्टा स्वरूप से बचाव के लिए टीकाकरण की जद्दोजहद तेज
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on world at LatestLY हिन्दी. टीकाकरण को तेज करने की आवश्यकता इसलिए भी है क्योंकि यूरोप में ग्रीष्म कालीन छुट्टियां शुरू हो गई हैं और मौसम अच्छा होने के साथ लोगों के मिलने जुलने और बाहर निकलने से खतरा बढ़ सकता हैं क्योंकि सामाजिक दूरी के नियम के पालन का अक्सर लोग उल्लंघन करते हैं और सरकार आयोजनों पर पाबंदी लगाने की इच्छुक नहीं है। वहीं कुछ देश मास्क लगाने की अनिवार्यता समाप्त कर रहे हैं।
टीकाकरण को तेज करने की आवश्यकता इसलिए भी है क्योंकि यूरोप में ग्रीष्म कालीन छुट्टियां शुरू हो गई हैं और मौसम अच्छा होने के साथ लोगों के मिलने जुलने और बाहर निकलने से खतरा बढ़ सकता हैं क्योंकि सामाजिक दूरी के नियम के पालन का अक्सर लोग उल्लंघन करते हैं और सरकार आयोजनों पर पाबंदी लगाने की इच्छुक नहीं है। वहीं कुछ देश मास्क लगाने की अनिवार्यता समाप्त कर रहे हैं।
यूरोपीय रोग नियंत्रण केन्द्र (ईसीडीसी) के अनुसार डेल्टा स्वरूप से खतरा उन लोगों में ‘‘अधिक से ले कर बहुत अधिक’’ है जिनका पूर्ण टीकाकरण नहीं हुआ है। यह केन्द्र क्षेत्र के 30 देशों की निगरानी करता है। केन्द्र का अनुमान है कि अगस्त के अंत तक यूरोपीय संघ में 90प्रतिशत मामले इसी स्वरूप के होंगे।
ईसीडीसी ने चेतावनी दी, ‘‘ टीकाकरण का काम तेज करने की बेहद जरूरत है।’’ विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इस पर चिंता जताई है।
ब्रिटेन, पुर्तगाल और रूस में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ब्रिटेन में डेल्टा स्वरूप के मामले एक माह से भी कम वक्त में चार गुना बढ़े हैं। पिछले सप्ताह की मुकाबले शुक्रवार को मामले 46 प्रतिशत बढ़े हैं।
पुर्तगाल के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार देश में मई में डेल्टा स्वरूप के मामले चार प्रतिशत थे जो जून में बढ़कर 56 प्रतिशत हो गए। देश में फरवरी के बाद से संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं और अप्रैल माह के बाद से अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या पहली बार 500से पार चली गई है।
रूस से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार संक्रमण के मामले जून में दुगुने से ज्यादा हो गए हैं। सरकार के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने संवाददाताओं को बताया कि ,‘‘ अब कोई लॉकडाउन नहीं चाहता। ’’उन्होंने स्वीकार किया कि देश के कई इलाकों में संक्रमण से हालात गंभीर हैं।
एपी
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