विदेश की खबरें | ब्रिटेन में कर वृद्धि के खिलाफ हजारों किसानों ने प्रदर्शन किया

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on world at LatestLY हिन्दी. विवाद तब शुरू जब सरकार ने पिछले महीने अपने बजट में 1990 के दशक से चली आ रही कर छूट को समाप्त करने का निर्णय लिया, जिसके तहत कृषि संपत्ति को उत्तराधिकार कर से छूट दी गई थी।

श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

विवाद तब शुरू जब सरकार ने पिछले महीने अपने बजट में 1990 के दशक से चली आ रही कर छूट को समाप्त करने का निर्णय लिया, जिसके तहत कृषि संपत्ति को उत्तराधिकार कर से छूट दी गई थी।

इसके विरोध में किसान बैनर और खिलौना ट्रैक्टर लेकर सड़क पर उतर आए।

प्रधानमंत्री केअर स्टॉर्मर के डाउनिंग स्ट्रीट कार्यालय के आसपास की सड़कों पर किसानों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन के सह-आयोजक ओली हैरिसन ने कहा, “हर कोई गुस्से में है।”

आयोजकों ने प्रदर्शनकारियों से मध्य लंदन में कृषि मशीनरी न लाने का आग्रह किया। हालांकि कुछ ट्रैक्टर डाउनिंग स्ट्रीट के पास से गुजरे। इस दौरान किसानों ने तख्तियां थामी हुई थीं और बैनर लगाए हुए थे जिनमें लिखा था, “किसान नहीं होंगे तो खाना भी नहीं होगा’, ‘किसानों के साथ खड़े हों, स्टॉर्मर के साथ नहीं।’

‘नेशनल फार्मर्स यूनियन’ (एनएफयू) द्वारा आयोजित सांसदों की “मास लॉबी” के लिए 1,800 अन्य किसानों को संसद में आमंत्रित किया गया था।

‘मास लॉबी’ तब होती है जब बड़ी संख्या में लोग अपने सांसदों और उच्च सदन के सदस्यों से पहले से संपर्क करते हैं और उसी दिन संसद में उनसे मिलने की व्यवस्था करते हैं। मास लॉबी का आयोजन आमतौर पर बड़े राष्ट्रीय या क्षेत्रीय अभियान समूहों द्वारा किया जाता है, जो लंदन में किसी सार्वजनिक रैली या प्रदर्शन के साथ इनका आयोजन करते हैं।

एनएफयू के अध्यक्ष टॉम ब्रैडशॉ ने ‘मास लॉबी’ के लिए एकत्रित किसानों से कहा, “इस नीति का मानवीय प्रभाव बिल्कुल स्वीकार्य नहीं है, यह गलत है। यह ब्रिटिश खाद्य सुरक्षा को कमजोर कर रहा है।”

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