देश में कोविड-19 संक्रमण से मृतकों की संख्या 1,306 हुई, कुल मामले बढ़कर 40,263 पर पहुंचे

वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि दिल्ली को फिर से खोलने का वक्त आ गया है और लोगों को कोरोना वायरस के साथ जीने के लिये तैयार रहना होगा। उन्होंने लॉकडाउन 3.0 के दौरान ‘रेड जोन’ के लिये केंद्र द्वारा निर्धारित सभी छूट राष्ट्रीय राजधानी में देने की घोषणा की।

जमात

नयी दिल्ली, तीन मई देश कई जिलों में ‘‘कुछ छूटों’’ के साथ राष्ट्रीय लॉकडाउन के तीसरे चरण के लिए तैयार है लेकिन निषिद्ध क्षेत्रों में प्रतिबंध जारी रहेंगे।

वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि दिल्ली को फिर से खोलने का वक्त आ गया है और लोगों को कोरोना वायरस के साथ जीने के लिये तैयार रहना होगा। उन्होंने लॉकडाउन 3.0 के दौरान ‘रेड जोन’ के लिये केंद्र द्वारा निर्धारित सभी छूट राष्ट्रीय राजधानी में देने की घोषणा की।

केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली लॉकडाउन हटाने के लिये तैयार है।

उन्होंने ऑनलाइन मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि दिल्ली सरकार केंद्र को यह सुझाव देगी कि शहर में सिर्फ निरुद्ध क्षेत्र को ‘रेड जोन’ घोषित किया जाए, न कि पूरे जिले को।

वर्तमान में दिल्ली के सभी 11 जिले ‘रेड जोन’ घोषित किये गये हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 कहीं नहीं जा रहा और यह असंभव है कि कोरोना वायरस के मामले ‘‘शून्य’’ हो जाएं।

उन्होंने कहा, ‘‘यह असंभव है कि कोरोना वायरस का एक भी मामला सामने नहीं आये...हमें कोरोना वायरस के साथ जीने के लिये तैयार होना होगा। हमें इसका अभ्यस्त होना होगा।’’

सरकार ने कहा कि दिल्ली में रविवार को कोरोना वायरस के सबसे अधिक 427 नये मामले सामने आये है जिससे राष्ट्रीय राजधानी में इसके मामलों की कुल संख्या 4,549 हो गई है।

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को बताया कि देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से 83 और लोगों की मौत होने के बाद मृतकों की कुल संख्या 1,306 हो गई है जबकि 2,487 नये मामले सामने आने के बाद मामलों की कुल संख्या बढ़कर 40,263 पर पहुंच गई है।

हालांकि राज्यों से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर ‘पीटीआई’ की गणना के अनुसार देशभर में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 41,779 पहुंच गई है जबकि मृतकों की संख्या 1,391 है।

दिल्ली सहित देशभर में 25 मार्च से लॉकडाउन लागू है। इसका प्रथम चरण 25 मार्च से 14 अप्रैल तक था। दूसरा चरण 15 अप्रैल से तीन मई तक था। अब लॉकडाउन 3.0 सोमवार (चार मई) से 17 मई तक है।

इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने रविवार को कहा कि कोविड-19 के मामले बढने की दर कुछ समय से लगभग स्थिर है और रोगियों के ठीक होने की दर सुधर रही है। उन्होंने कहा कि भारत सफलता की राह पर है तथा देश इस महामारी के खिलाफ लड़ाई जीतेगा।

स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार कोरोना वायरस से संक्रमित 28,070 मरीजों का इलाज अभी चल रहा है जबकि 10,886 लोग स्वस्थ हो गये हैं और एक मरीज विदेश चला गया है।

संक्रमण के कुल मामलों में 111 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।

शनिवार शाम से अब तक हुई कुल 83 मौतों में से सबसे अधिक 36 मौत महाराष्ट्र में, 26 गुजरात में, मध्य प्रदेश में 11, राजस्थान में तीन, दिल्ली में तीन, तेलंगाना में दो और तमिलनाडु और बिहार में एक-एक मौत हुई है।

देश में घातक विषाणु के चलते हुई कुल 1,306 मौतों में से सर्वाधिक 521 लोगों की जान महाराष्ट्र में गई है। इसके बाद 262 लोगों की गुजरात में, 156 की मध्य प्रदेश में, राजस्थान में 65, दिल्ली में 64, उत्तर प्रदेश में 43 और पश्चिम बंगाल तथा आंध्र प्रदेश में 33-33 लोगों की मौत हुई है।

तमिलनाडु में मृतक संख्या 29, तेलंगाना में 28 जबकि कर्नाटक में मरने वालों की संख्या 25 हो गई है।

पंजाब में इस घातक बीमारी से 20 लोगों की जान गई है जबकि जम्मू-कश्मीर में आठ, केरल, बिहार और हरियाणा में चार-चार लोगों ने अपनी जान गंवाई है। झारखंड में कोविड-19 से तीन लोगों की मौत हुई है।

मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक मेघालय, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा और असम में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।

इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि अब तक देश में कोविड-19 के लगभग 10,000 रोगी ठीक हो चुके हैं।

हर्षवर्धन ने कहा, ‘‘कोविड-19 के रोगियों के ठीक होने की दर में निरंतर सुधार हुआ है जो दिखाता है कि ज्यादा से ज्यादा रोगी इस बीमारी से उबर रहे हैं और बेहतर होकर घर लौट रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘नये मामलों के बढ़ने की दर भी कुछ समय से स्थिर है।’’

मंत्री के हवाले से एक बयान में कहा गया कि रविवार को प्राप्त आंकड़ों के अनुसार पिछले तीन दिन से वायरस के मामले दोगुने होने की दर 12 दिन है। सात दिन के लिहाज से देखें तो 11.7 दिन में मामले दोगुने हो रहे हैं और 14 दिन के हिसाब से देखें तो 10.4 दिन में मामले दोगुने हो रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘हमने आज की तारीख तक दस लाख से अधिक नमूनों की जांच कर ली है और इस समय एक दिन में 74 हजार से अधिक जांच हो रही हैं।’’

मंत्री ने कहा कि सरकार ने पूरे भारत में करीब 20 लाख पीपीई किट वितरित की हैं और 100 से अधिक देशों को दवाओं (हाईड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन तथा पैरासीटामोल दोनों) की आपूर्ति की है।

उन्होंने कहा कि भारत इस मामले में अन्य देशों की तुलना में बेहतर स्थिति में है और विशेष कोविड-19 अस्पतालों तथा स्वास्थ्य केंद्रों में ढाई लाख से अधिक बिस्तरों के साथ किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए सक्षम है।

स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों से लॉकडाउन के तीसरे चरण का पूरी तरह पालन करने तथा इसे संक्रमण की कड़ी को तोड़ने के लिए प्रभावी हस्तक्षेप मानकर चलने का आग्रह किया।

उन्होंने कहा, ‘‘हम सफलता की राह पर हैं और कोविड-19 के खिलाफ इस युद्ध को जीतेंगे।’’

इस बीच नीति आयोग के सदस्य वी के पॉल का मानना है कि कोरोना वायरस संक्रमित लोगों की संख्या में बेशक बढ़ोतरी हो रही है, लेकिन इनमें अब जल्दी ही किसी भी दिन से स्थिरता आनी शुरू होगी।

उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा लॉकडाउन को दो सप्ताह और बढ़ाने का मकसद पहले और दूसरे चरण के दौरान हुए लाभ को और मजबूत करना है।

पॉल ने ‘पीटीआई-’ से साक्षात्कार में लॉकडाउन को बढ़ाकर 17 मई तक करने के फैसले के पीछे उद्देश्य बताते हुए कहा कि देश को पिछले लॉकडाउन से जो लाभ हुआ है, उसे मजबूत करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि बंद का मकसद वायरस के फैलने की श्रृंखला को तोड़ना है। यदि हम आगे बंद नहीं करेंगे, तो हम लाभ गंवा देंगे।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, लेटेस्टली स्टाफ ने इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया है)

Share Now

\