देश की खबरें | भारत में जितना कम प्रदूषण होगा, हमें उतना ही कम झेलना पड़ेगा : भूटानी प्रधानमंत्री
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे ने सोमवार को कहा कि अगर भारत में प्रदूषण का स्तर कम होगा, तो उनके देश को भी कम प्रदूषण झेलना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि भारत एक उन्नत राष्ट्र बनने के साथ ही उनके देश के लिए भी स्वच्छ हवा सुनिश्चित करेगा।
नयी दिल्ली, 21 अक्टूबर भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे ने सोमवार को कहा कि अगर भारत में प्रदूषण का स्तर कम होगा, तो उनके देश को भी कम प्रदूषण झेलना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि भारत एक उन्नत राष्ट्र बनने के साथ ही उनके देश के लिए भी स्वच्छ हवा सुनिश्चित करेगा।
तोबगे ने कहा, "भारत में जितना कम प्रदूषण होगा, हमें (भूटान को) उतना ही कम प्रदूषण झेलना पड़ेगा, क्योंकि हमारी अधिकांश हवा, वास्तव में सारी हवा, भारत से होकर बहती है... भारतीय उपमहाद्वीप से भूटान में। और हां, हम न केवल जलवायु परिवर्तन, बल्कि प्रदूषण का भी खामियाजा भुगत रहे हैं।"
एनडीटीवी विश्व शिखर सम्मेलन के एक सत्र में भूटानी प्रधानमंत्री ने कहा, "मैं कई कारणों से भारत को एक उन्नत राष्ट्र बनते देखने की जल्दबाजी में हूं। जब आप (भारत) उन्नत हो जाएंगे, तो वायु प्रदूषण अपने आप कम हो जाएगा और हम स्वच्छ हवा का आनंद ले सकेंगे...।"
तोबगे ने कहा कि वह नियोजित सत्र के बाद हाइड्रोजन ईंधन बस से शहर की यात्रा को लेकर उत्साहित हैं।
उन्होंने कहा, "...यह बस यात्रा मेरे लिए अत्यधिक प्रतीकात्मक होने वाली है। हमें उम्मीद है कि हम जलविद्युत ऊर्जा का इस्तेमाल कर हरित, नवीकरणीय हाइड्रोजन का उत्पादन करने में सक्षम होंगे। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप इसे कैसे देखते हैं, यह सदी भारत की हो सकती है, लेकिन आप हमें नजरअंदाज नहीं कर सकते।"
तोबगे ने कहा कि 'ग्लोबल साउथ' (दक्षिणी गोलार्ध के विकासशील, कम विकसित और अविकसित देश) नेतृत्व के लिए भारत की तरफ देखता है और अगर कोई ऐसा देश है, जो आज के दौर की समस्याओं को सुलझा सकता है, तो वह भारत है।
उन्होंने कहा, "चाहे आर्थिक समस्याएं ही क्यों न हों, दुनिया भारत को एक बाजार के रूप में देखती है...कोविड-19 महामारी के दौरान... दुनिया ने टीकों और दवाओं के लिए भारत की ओर देखा, यहां तक कि रूस और यूक्रेन ने भी, मुझे यकीन है कि अगर कोई व्यक्ति इसे सुलझा सकता है, तो वह प्रधानमंत्री मोदी हैं।"
तोबगे ने कहा, "भारत एक 'रोल मॉडल' के रूप में नेतृत्व कर रहा है... बढ़ती अर्थव्यवस्था में 1.5 अरब लोग, इसे लेकर अच्छा महसूस कराने के लिए ऊर्जा की जरूरत है। प्रदूषण होना तय है... लेकिन भारत जलवायु परिवर्तन से लड़ने की अपनी जिम्मेदारी से भी पीछे नहीं हट रहा है।"
उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ने एक सौर गठबंधन शुरू किया है, जो न केवल भारत में नवीकरणीय ऊर्जा के उत्पादन पर, बल्कि दुनियाभर के समान विचारधारा वाले देशों को नवीकरणीय ऊर्जा का उत्पादन करने के लिए गठबंधन में शामिल करने पर उनके जोर को दर्शाता है।"
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