देश की खबरें | दो बच्चों को मारने वाली मादा तेंदुआ पिंजड़े में कैद
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. पकड़े गये वन्यजीव मादा तेंदुआ को कतर्नियाघाट सैंक्चुअरी के ट्रांस गेरूआ जंगल में छोड़ा जा रहा है।
पकड़े गये वन्यजीव मादा तेंदुआ को कतर्नियाघाट सैंक्चुअरी के ट्रांस गेरूआ जंगल में छोड़ा जा रहा है।
कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी आकाश दीप बधावन ने मंगलवार को बताया कि दो दिन के अंतराल में एक ही इलाके के डेढ़ किलोमीटर क्षेत्र में लगातार दो घटनाएं घटित होने के कारण उच्चाधिकारियों से अनुमति लेकर तेंदुए को पकड़ने हेतु पिंजड़े लगाए गये थे। तेंदुए को लालच देने के मकसद से पिंजड़ों में मवेशी बांधकर रखे गये थे।
एस.टी.पी.एफ. (स्पेशल टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स) व वन विभाग की टीमों ने ड्रोन, सर्च लाइटें, थर्मल कैमरे व अन्य माध्यमों से जंगल की स्कैनिंग की। हांका लगाते हुए तेंदुए को घेर कर पिंजड़े की परिधि में लाया गया। सोमवार/मंगलवार की रात करीब एक बजे उक्त हमलावर तेंदुए को पिंजड़े में कैद कर लिया गया है।
डीएफओ ने बताया कि पकड़े गए तेंदुए का पशु चिकित्सकों ने परीक्षण किया है। तेंदुआ करीब 2.5 वर्ष (ढाई वर्ष) उम्र की मादा है। स्वास्थ्य परीक्षण में पूरी तरह स्वस्थ पाया गया है और प्राकृतिक वास में छोड़े जाने योग्य है।
बधावन ने बताया कि उच्चाधिकारियों से अनुमति लेकर उक्त तेंदुए को कतर्नियाघाट वन्यजीव अभ्यारण्य अंतर्गत कतर्नियाघाट रेंज के ट्रांस गेरूआ जंगल में छोड़ने की कार्यवाही की जा रही है।
गौरतलब है कि सेंचुरी से सटे रिहायशी गांव चंदनपुर के खाले बढ़ैया व कलंदरपुर मजरों में शुक्रवार व रविवार रात तेंदुए ने हमलाकर दो छोटे छोटे बच्चों को मार डाला था। रविवार रात की घटना में 6 साल की बच्ची अंशिका का सिर्फ क्षत विक्षत सिर ही बरामद हो पाया था। घटनाओं को लेकर ग्रामीण आक्रोशित थे।
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