देश की खबरें | किसान कांग्रेस के अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर कवायद शुरू, 14 महीने से खाली है पद

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन का पुरजोर समर्थन और केंद्र सरकार पर लगातार हमले कर रही कांग्रेस के किसान प्रकोष्ठ का अध्यक्ष पद पिछले 14 महीनों से खाली पड़ा है, हालांकि पार्टी सूत्रों का कहना है कि नया अध्यक्ष चुनने की कवायद शुरू हो गई है।

नयी दिल्ली, 17 फरवरी केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन का पुरजोर समर्थन और केंद्र सरकार पर लगातार हमले कर रही कांग्रेस के किसान प्रकोष्ठ का अध्यक्ष पद पिछले 14 महीनों से खाली पड़ा है, हालांकि पार्टी सूत्रों का कहना है कि नया अध्यक्ष चुनने की कवायद शुरू हो गई है।

नाना पटोले के दिसंबर, 2019 में इस्तीफा देने के बाद से कांग्रेस की किसान इकाई का नया अध्यक्ष अब तक नियुक्त नहीं हो सका है। हाल ही में महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नियुक्त किए गए पटोले ने एक दिसंबर, 2019 को महाराष्ट्र विधानसभा का अध्यक्ष बनने के कारण किसान कांग्रेस के प्रमुख पद से इस्तीफा दिया था।

कांग्रेस ने 14 महीनों से किसान प्रकोष्ठ का अध्यक्ष भले ही नियुक्त नहीं किया हो, लेकिन इस अवधि में पार्टी संगठन और कई प्रदेश इकाइयों में व्यापक बदलाव किए।

पार्टी के 23 नेताओं के पत्र से जुड़े विवाद के बाद कांग्रेस ने गत सितंबर महीने में सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) का भी पुनर्गठन किया। इसके अलावा पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के सहयोग के लिए छह सदस्यीय विशेष समिति का गठन किया गया।

कांग्रेस ने हाल ही में पटोले को महाराष्ट्र की इकाई का नया अध्यक्ष नियुक्त किया तो इससे पहले भाई जगताप को मुंबई इकाई का प्रमुख नियुक्त किया था। कुछ महीने पहले ही डीके शिवकुमार को कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। कई अन्य प्रदेशों में कार्यकारी अध्यक्षों और दूसरे पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई तथा विभिन्न समितियों का गठन किया गया।

इसके साथ ही कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया विभाग और कई अन्य विभागों में पदाधिकारियों की नियुक्तियां कीं।

अध्यक्ष नहीं होने की स्थिति में किसान कांग्रेस के उपाध्यक्ष सुरेंद्र सोलंकी पिछले कई महीनों से संगठन का काम देख रहे हैं।

किसान कांग्रेस के एक पदाधिकारी ने बताया कि अध्यक्ष नहीं होने के बावजूद यह संगठन कृषि कानूनों के खिलाफ देश भर में कई धरने-प्रदर्शन कर चुका है। कुछ महीने पहले संगठन ने किसानों के साथ वर्चुअल संवाद का आयोजन किया था जिसमें पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी शामिल हुए थे। गत 12 फरवरी को मुंबई में किसान कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक भी हुई।

किसान कांग्रेस के नए अध्यक्ष की नियुक्ति के बारे में पूछे जाने पर पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘नए अध्यक्ष को चुनने के लिए प्रक्रिया चल रही है और उम्मीद है कि जल्द ही यह पक्रिया संपन्न हो जाएगी।’’

सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस के कुछ नेता किसान प्रकोष्ठ के अध्यक्ष पद के लिए महाराष्ट्र के पूर्व सांसद सुभाष वानखड़े के नाम की पैरवी कर रहे हैं, जबकि पार्टी नेताओं का एक समूह किसान आंदोलन के मद्देनजर उत्तर भारत के किसी नेता को यह जिम्मेदारी सौंपने के पक्ष में है।

वैसे, हाल के दिनों में पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ और कुछ अन्य नेताओं के नाम की चर्चा भी किसान कांग्रेस के अध्यक्ष पद को लेकर चली है।

सूत्रों ने बताया, ‘‘पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं की राय है कि किसान कांग्रेस का नया अध्यक्ष उत्तर भारत के किसी प्रदेश से होना चाहिए क्योंकि किसान आंदोलन का मुख्य केंद्र बिंदु यही इलाका है।’’

किसान कांग्रेस का अध्यक्ष पद ऐसे समय में खाली है जब मुख्य विपक्षी पार्टी नये कृषि कानूनों के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाए हुए है। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इस मुद्दे को लेकर कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमले कर चुके हैं। उन्होंने पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में ‘ट्रैक्टर रैली’ भी निकाली है और किसानों के साथ संवाद भी किया है।

हक

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