देश की खबरें | डल्लेवाल को चिकित्सा सहायता देने के मामले पर उच्चतम न्यायालय 15 जनवरी को सुनवाई करेगा
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नयी दिल्ली, 13 जनवरी उच्चतम न्यायालय आमरण अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के स्वास्थ्य से संबंधित मामले और अन्य याचिकाओं पर 15 जनवरी को सुनवाई करेगा।
डल्लेवाल अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन अनशन पर हैं।
न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति एन. कोटिश्वर सिंह की पीठ डल्लेवाल की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई करेगी।
याचिका में केंद्र सरकार को प्रदर्शनकारी किसानों को फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी जैसे प्रस्तावों को लागू करने के निर्देश देने का अनुरोध किया गया है।
इससे पहले शीर्ष अदालत ने केंद्र से पूछा था कि सरकार यह क्यों नहीं कह सकती कि उसके दरवाजे (किसानों के लिए) खुले हैं और वह फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी सहित विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों की वास्तविक शिकायतों पर विचार करेगी।
शीर्ष अदालत पिछले साल 20 दिसंबर को डल्लेवाल को अस्पताल ले जाने के लिए जारी किए गए निर्देशों का पालन नहीं करने के मामले में पंजाब सरकार के अधिकारियों के खिलाफ अवमानना कार्रवाई की मांग करने वाली याचिका पर भी सुनवाई करेगी।
डल्लेवाल ने 12 दिसंबर, 2024 को कई धार्मिक नेताओं को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि वे केंद्र सरकार से किसानों की उन मांगों को स्वीकार करने का आग्रह करें, जिनमें फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी भी शामिल है।
डल्लेवाल संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) (गैर-राजनीतिक) के संयोजक हैं और उन्होंने 26 नवंबर, 2024 को आमरण अनशन शुरू किया।
उन्होंने पंजाब सरकार द्वारा दी जाने वाली चिकित्सा सहायता से इनकार कर दिया और हाल ही में उनकी तबीयत काफी बिगड़ गई।
सुरक्षा बलों ने एसकेएम और किसान मजदूर मोर्चा के बैनर तले किसानों का दिल्ली मार्च 13 फरवरी को रोक दिया था, जिसके बाद से किसान पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं।
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