UP Elections 2022: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बड़ा बयान, कहा- सपा और कांग्रेस ने लिया आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को कमजोर करने का प्रण

गृह मंत्री ने केंद्र और उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा किए गए कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि गरीबों और वंचितों की सच्ची हितैषी भाजपा ही है, अगर सपा सत्ता में आई तो फिर से गुंडागर्दी छा जाएगी. पिछले पांच साल में योगी ने चुन-चुन कर माफियाओं का सफाया कर दिया है.

गृह मंत्री अमित शाह (Photo Credits Facebook)

पीलीभीत (उत्तर प्रदेश): केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने सोमवार को आतंकवाद (Terrorism) के मुद्दे पर कांग्रेस (Congress) और समाजवादी पार्टी (SP) को घेरते हुये आरोप लगाया कि इन दोनों दलों ने देश में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को कमजोर करने का प्रण लिया है. शाह ने यहां भाजपा (BJP) प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित जनसभा में आरोप लगाया कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने अपने हालिया साक्षात्कार में आतंकवाद के बारे में पूछे गए एक सवाल पर कहा था कि ऐसी फिजूल बातों के लिए उनके पास वक्त नहीं है. UP Election 2022: भाजपा के गढ़ लखनऊ में क्या सपा लगा देगी सेंध? इस बार बेहद दिलचस्प होगा सियासी मुकाबला

उन्होंने आरोप लगाया, "माताओं-बहनों आप एक बात का फैसला कर लीजिए कि एक ओर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी का कहना है कि आतंकवाद पर रोक लगाना फिजूल बात है, दूसरी ओर उनके नेता सलमान खुर्शीद कहते थे कि अहमदाबाद के बम धमाकों में पकड़े गए सिमी के लोग बेगुनाह हैं, उनको छोड़ देना चाहिए. उन्होंने उनकी पैरवी भी की."

शाह ने समाजवादी पार्टी को भी घेरते हुए दावा किया "अखिलेश जब सत्ता में आए तो उन्होंने संकट मोचन मंदिर पर बम धमाके और लखनऊ में बम धमाके के सभी अरोपियों को छोड़ने का वादा घोषणा पत्र में किया था. वह तो इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने दखल दे दिया तो रुक गया वरना सारे आतंकवादी छूट जाते. वोट की लालच में जो देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करते हैं, क्या ऐसे लोगों को वोट देना चाहिए। कांग्रेस और सपा ने मिलकर इस देश में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को कमजोर करने का प्रण लिया है."

उन्होंने कहा "भाजपा आतंकवाद के खिलाफ कत्तई बर्दाश्त नहीं की नीति के साथ शासन में रहती है. हमारा संकल्प है कि आतंकवाद फैलाने वाला कोई भी हो, किसी भी मजहब या जाति का हो, आतंकवाद को इस देश और दुनिया से जड़ से उखाड़ कर फेंक देना चाहिए."

शाह की रैली के दौरान स्थानीय भाजपा सांसद वरुण गांधी मौजूद नहीं थे. इससे पहले, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की चुनावी रैलियों में भी वह शामिल नहीं हुए थे. वरुण ने पिछले दिनों किसानों के मुद्दे पर अपनी ही सरकार के खिलाफ कड़े तेवर अख्तियार किए थे.

पीलीभीत में बड़ी संख्या में मौजूद सिख समुदाय को लुभाने की कोशिश करते हुए गृह मंत्री ने कहा

"महान सिख गुरुओं के बलिदान को कौन भुला सकता है.’’

'जो बोले सो निहाल' का नारा लगाते हुए शाह ने दावा किया कि विधानसभा चुनाव के तीनों चरणों के मतदान में सपा और बसपा दोनों का ही सूपड़ा साफ हो गया है और कांग्रेस तो दूरबीन लेकर भी दिखाई नहीं पड़ती है.

गृह मंत्री ने केंद्र और उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा किए गए कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि गरीबों और वंचितों की सच्ची हितैषी भाजपा ही है, अगर सपा सत्ता में आई तो फिर से गुंडागर्दी छा जाएगी. पिछले पांच साल में योगी ने चुन-चुन कर माफियाओं का सफाया कर दिया है.

उन्होंने कहा "आज आप बताइए अतीक अहमद, आजम खान और मुख्तार अंसारी कहां हैं. क्या यह लोग कभी जेल गए थे और अगर गलती से भी अखिलेश सत्ता में आ गए तो क्या यह लोग जेल में रहेंगे. माफिया तत्वों ने दो हजार करोड़ रुपए की संपत्ति कब्जा कर रखी थी. योगी जी ने उनसे यह जमीन लेकर गरीबों के मकान बनवाए हैं."

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