देश की खबरें | कश्मीर में ठंड से थोड़ी राहत, सोमवार तक मौसम शुष्क रहेगा

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. कश्मीर घाटी के अधिकांश स्थानों पर न्यूनतम तापमान में सुधार के साथ ठंड से लोगों को थोड़ी राहत मिली। यह जानकारी अधिकारियों ने शुक्रवार को दी।

श्रीनगर, 23 दिसंबर कश्मीर घाटी के अधिकांश स्थानों पर न्यूनतम तापमान में सुधार के साथ ठंड से लोगों को थोड़ी राहत मिली। यह जानकारी अधिकारियों ने शुक्रवार को दी।

मौसम विभाग ने कहा कि अगले दो-तीन दिनों तक मौसम मुख्य रूप से शुष्क रहने की संभावना है।

अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर शहर का न्यूनतम तापमान बृहस्पतिवार की रात शून्य से 4.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। बुधवार रात तक न्यूनतम तापमान शून्य से 5.5 डिग्री सेल्सियस नीचे था।

उन्होंने कहा कि वार्षिक अमरनाथ यात्रा के आधार शिविरों में से एक पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से 6.4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि बुधवार रात तापमान शून्य से 6.8 डिग्री सेल्सियस नीचे था।

उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले में प्रसिद्ध स्की-रिसॉर्ट गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से 5.5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।

अधिकारियों ने कहा कि सीमांत कुपवाड़ा जिले में न्यूनतम तापमान शून्य से 5.1 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि घाटी के प्रवेश द्वार कहे जाने वाले शहर काजीगुंड में शून्य से 4.6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।

कोकेरनाग में न्यूनतम तापमान शून्य से 2.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।

मौसम विभाग कार्यालय ने 26 दिसंबर तक जम्मू-कश्मीर में ज्यादातर शुष्क मौसम का अनुमान लगाया है।

इसके बाद, केंद्र शासित प्रदेश में 26-27 दिसंबर और 29-30 दिसंबर के बीच आम तौर पर बादल छाए रहने की संभावना है। साथ ही ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की से मध्यम बर्फबारी की संभावना है।

कश्मीर वर्तमान में ‘चिल्लई-कलां’ की चपेट में है। चिल्लई-कलां 40 दिनों की सबसे भीषण सर्दियों की अवधि है। इस दौरान शीत लहर इस क्षेत्र को जकड़ लेती है और तापमान में काफी गिरावट आती है जिससे घाटी के कई हिस्सों में जल निकायों के साथ-साथ जल आपूर्ति लाइनों में भी पानी जम जाता है।

इस अवधि के दौरान हिमपात की संभावना सबसे अधिक और अधिकतम होती है। अधिकांश क्षेत्रों, विशेष रूप से ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी हिमपात होता है।

‘चिल्लई-कलां’ 21 दिसंबर से शुरू होता है और 30 जनवरी को समाप्त होता है। इसके बाद भी 20 दिनों तक चलने वाला ‘चिल्लई-खुर्द’ (छोटी ठंड) और इसके बाद 10 दिनों तक ‘चिल्लई-बच्चा’ (हल्की ठंड) के साथ शीत लहर जारी रहती है।

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