देश की खबरें | टिहरी में आदमखोर तेंदुए की तलाश जारी, क्षेत्र के स्कूलों में छुटटी की गयी
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. उत्तराखंड के टिहरी जिले के भिलंगना क्षेत्र में हाल में 13 वर्षीय किशोरी की जान लेने वाला आदमखोर तेंदुआ अभी तक वन विभाग के ‘शूटरों’ के हत्थे नहीं चढ़ा है लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से क्षेत्र के स्कूलों में छुटटी कर दी गयी है ।
नयी टिहरी, 21 अक्टूबर उत्तराखंड के टिहरी जिले के भिलंगना क्षेत्र में हाल में 13 वर्षीय किशोरी की जान लेने वाला आदमखोर तेंदुआ अभी तक वन विभाग के ‘शूटरों’ के हत्थे नहीं चढ़ा है लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से क्षेत्र के स्कूलों में छुटटी कर दी गयी है ।
अधिकारियों ने यहां बताया कि तेंदुए की तलाश में वन विभाग की टीम क्षेत्र में डेरा डाले हुए हैं लेकिन वह अभी तक ‘शूटरों’ के हत्थे नहीं चढ़ा है ।
तेंदुए ने शनिवार शाम कोट महर गांव में साक्षी कैंतुरा पर हमला कर उसे मार डाला था। वह खेलने के लिए घर से बाहर निकली थी।
पिछले चार माह में तेंदुए के हमले की यह तीसरी घटना है।
वन विभाग की टीम के साथ रविवार से प्रभागीय वन अधिकारी पुनीत तोमर भी गांव में डेरा डाले हुए हैं। उन्होंने बताया कि ड्रोन कैमरों से भी तेंदुए को ढूंढने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन तीसरे दिन भी वह ‘शूटरों’ के हत्थे नहीं चढ़ा है।
इस बीच, टिहरी के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने सुरक्षा की दृष्टि से भौड गांव, पुर्वाल गांव के प्राथमिक विद्यालय, अंथवाल गांव के प्राथमिक और हाईस्कूल के अलावा आंगनबाड़ी केंद्रों में तीन दिन की छुट्टी घोषित कर दी है। इन स्कूलों में अर्धवार्षिक परीक्षाएं आगे के लिए टाल दी गयी हैं ।
इसके अलावा, दूर के स्कूलों में जाने वाले गांव के बच्चों को वन विभाग किराए के वाहनों की मदद से उनके स्कूलों तक पहुंचा रहा है और स्कूलों से घर ला रहा है।
तोमर ने बताया कि वन विभाग ने पीड़ित परिवार के खाते में दो लाख रुपये मुआवजा राशि डाल दी है।
उन्होंने बताया कि ‘शूटरों’ के साथ वन विभाग की चार टीम लगातार क्षेत्र निगरानी कर रही हैं जबकि इसके साथ ही ड्रोन कैमरों से भी तेंदुए को ढूंढा जा रहा है । रैकी टीम में ग्रामीणों को भी शामिल किया गया है।
तोमर ने कहा कि तेंदुए के आतंक से क्षेत्र के लोगों को निजात दिलाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी ।
रेंज अधिकारी आशीष नौटियाल ने कहा कि तेंदुए को पकड़ने के लिए प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। उनके अनुसार ग्रामीणों की मांग पर अन्य स्थानों पर भी सोलर लाईट लगाने की व्यवस्था की जा रही है।
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