हैदराबाद, 18 जनवरी: नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बृहस्पतिवार को यहां आयोजित विंग्स इंडिया-2024 के मौके पर एयरबस के सहयोग से स्थापित जीएमआर स्कूल ऑफ एविएशन की ऑनलाइन शुरुआत की. जीएमआर ने बयान में कहा कि यहां राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जीएमआर एयरोस्पेस और औद्योगिक पार्क के भीतर स्थित जीएमआर स्कूल ऑफ एविएशन विमान रखरखाव इंजीनियरिंग में उत्कृष्टता का प्रतीक बनने के लिए तैयार है.
यह स्कूल प्रशिक्षण के साथ-साथ पूरी तरह से एकीकृत चार साल के एएमई (विमान रखरखाव इंजीनियरिंग) कार्यक्रम की पेशकश करेगा. इसे नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) और यूरोपीय संघ विमानन सुरक्षा एजेंसी (ईएएसए) से प्रमाणन मिला है. स्कूल का एयरबस के साथ तकनीकी गठजोड़ है. यह भारत में अपनी तरह का पहला संस्थान है जो विमान रखरखाव इंजीनियरिंग लाइसेंसिंग कार्यक्रम के साथ विमान से संबंधित विशिष्ट प्रकार के प्रशिक्षण पाठ्यक्रम और विमान संरचना जैसे सहायक पाठ्यक्रम पेश करता है.
इस अवसर पर जीएमआर एयरो टेक्निक के अध्यक्ष अशोक गोपीनाथ ने कहा, “इस क्षेत्र में जीएमआर स्कूल ऑफ एविएशन अपनी तरह का पहला स्कूल है. यह विमानन शिक्षा के क्षेत्र में एक वैश्विक मानक और उत्कृष्टता केंद्र होगा. उन्होंने कहा, ‘‘एमआरओ (रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल) उद्योग के 2028 तक 2.4 अरब डॉलर से अधिक होने की उम्मीद है. यह स्कूल इस उद्योग के लिए पासा पलटने वाला साबित होगा। यह एक सफल करियर के इच्छुक छात्रों को हुनरमंद बनाएगा और उन्हें वैश्विक स्तर पर उभरते विमानन उद्योग के भविष्य के लिए तैयार करेगा.’’
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