मुंबई, नौ फरवरी अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया शुक्रवार को 11 पैसे की गिरावट के साथ 83.07 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। डॉलर में आई तेजी और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की ऊंची कीमतों के बीच रुपये में गिरावट आई।
बाजार सूत्रों ने कहा कि विदेशी संस्थागत निवेशकों की बाजार से पूंजी निकासी के कारण रुपया नीचे आया। हालांकि, घरेलू बाजार की मजबूती ने गिरावट पर कुछ अंकुश लगा।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 82.96 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के अंत में यह 11 पैसे की गिरावट के साथ 83.07 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
रिजर्व बैंक ने बृहस्पतिवार को मौद्रिक नीति समीक्षा में खुदरा मुद्रास्फीति को चार प्रतिशत के लक्ष्य पर लाने के लिए लगातार छठी बार प्रमुख नीति दर रेपो को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा। इस फैसले के बाद अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया सपाट रुख के साथ 82.96 पर बंद हुआ था।
बीएनपी पारिबा बाय शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि अमेरिकी डॉलर में अंतर्निहित मजबूती और पश्चिम एशिया में बढ़ते भूराजनीतिक तनाव के बीच कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों पर चिंताओं के कारण रुपये में कुछ गिरावट देखने को मिल सकती है।’’
चौधरी ने कहा कि घरेलू बाजारों में सकारात्मक रुख और मिश्रित से सकारात्मक वैश्विक शेयर बाजार, रुपये को निचले स्तर पर समर्थन दे सकते हैं। अगले कुछ दिनों में कोई बड़ा आर्थिक आंकड़ा आने वाला नहीं है, जिससे कम अस्थिरता रह सकती है।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.01 प्रतिशत घटकर 104.15 रह गया।
अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.22 प्रतिशत की तेजी के साथ 81.81 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 167.06 अंक की बड़ी तेजी के साथ 71,595.49 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने शुक्रवार को 141.95 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीद की।
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