रिर्जव बैंक की घोषणा निराशाजनक, मांग बढ़ाए सरकार: कांग्रेस
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने एक बयान में यह भी कहा कि रिजर्व बैंक को वित्त वर्ष 2020-21 के लिए जीडीपी विकास दर के पूर्वानुमान से देश को अवगत कराना चाहिए।
नयी दिल्ली, 17 अप्रैल कांग्रेस ने भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा की गई कुछ घोषणाओं को निराशाजनक करार देते हुए शुक्रवार को कहा कि सरकार को अर्थव्यवस्था में गति लाने के लिए आम लोगों के खातों में पैसे भेजकर मांग बढ़ाने पर जोर देना चाहिए।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने एक बयान में यह भी कहा कि रिजर्व बैंक को वित्त वर्ष 2020-21 के लिए जीडीपी विकास दर के पूर्वानुमान से देश को अवगत कराना चाहिए।
उन्होंने कहा, '' रिजर्व बैंक कहता है कि बैंको में नकदी बढ़ाएंगे, लेकिन जब बाजार में कर्ज की मांग नहीं होगी तो इसका क्या मतलब रह जाएगा?
वल्लभ ने दावा किया कि मांग बढाने पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है, सिर्फ बैंकों में नकदी बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा, ''यह मौद्रिक नीति से नहीं, बल्कि वित्त मंत्रालय द्वारा राजकोषीय नीति पर ध्यान देने से होगा। लोगों के खातों में पैसे डलवाएं। अगर लोगों के पास पैसे होंगे तो मांग बढ़ेगी।''
वल्लभ ने आग्रह किया कि सरकार किसान, गरीब और मजदूर के खातों में 7500 रुपये डाले।
वल्लभ के मुताबिक जब मांग बढ़ेगी तो ही बैंको के पास नकदी होने का फायदा छोटे, मध्यम और बड़े उद्योगों एवं आम लोगों को होगा।
उन्होंने कहा, '' लोगों को आशा थी कि रिर्जव बैंक पहले की तरह जीडीपी विकास दर का अनुमान देगा। लेकिन इस बार तो रिजर्व बैंक ने कहा कि आईएमएफ ने अनुमान दे दिया है। लेकिन अनुमान तो बर्कले ने भी शून्य प्रतिशत का दिया है।''
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि रिजर्व बैंक को जीडीपी विकास दर का पूर्वानुमान बताना चाहिए ताकि लोग उसी के मुताबिक आर्थिक गतिविधियों को आगे बढ़ा सकें।
इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने वीडियो लिंक के माध्यम से संवाददाताओं से कहा, ''आरबीआई की घोषणा का कोई मतलब नहीं है। लोगों को निराश हुई है। ''
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, लेटेस्टली स्टाफ ने इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया है)