Republic Day 2022: दिल्ली-एनसीआर में संभावित आतंकी हमले के अलर्ट के बाद सुरक्षा बढ़ी, चप्पे-चप्पे पर पुलिस की नजर

गणतंत्र दिवस (Republic Day) से पहले, दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में आतंकवादी हमले की आशंका की खुफिया एजेंसियों से जानकारी मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने “सुरक्षा बढ़ा” दी है. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी.

दिल्ली पुलिस (Photo Credits: PTI)

नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस (Republic Day) से पहले, दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में आतंकवादी हमले की आशंका की खुफिया एजेंसियों से जानकारी मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने “सुरक्षा बढ़ा” दी है. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. Republic Day 2022: इस साल भी गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल नहीं होगा कोई विदेशी मेहमान

दिल्ली पुलिस के मंगलवार को जारी एक आदेश के अनुसार, गणतंत्र दिवस समारोह के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में 20 जनवरी से ड्रोन (यूएवी), पैराग्लाइडर और गर्म हवा के गुब्बारों सहित उप-पारंपरिक हवाई प्लेटफार्मों के संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. यह आदेश 20 जनवरी से लागू होगा और 15 फरवरी तक प्रभावी रहेगा.

उसमें कहा गया कि कुछ आपराधिक या असामाजिक तत्वों या आतंकवादियों द्वारा आम जनता, गणमान्य व्यक्तियों और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने की आशंका की रिपोर्ट के मद्देनजर दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने यह आदेश जारी किया.

पुलिस उपायुक्त (नयी दिल्ली) दीपक यादव ने कहा कि गणतंत्र दिवस के मद्देनजर, समारोह वाले पूरे क्षेत्र में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है, चेहरे की पहचान वाले सॉफ्टवेयर से लैस सीसीटीवी की निगरानी में समारोह आयोजित किया जाएगा.

उन्होंने कहा कि स्थानीय इकाई, विशेष प्रकोष्ठ, विशेष शाखा, यातायात, स्वाट (आल- वीमेन स्पेशल वेपन एंड टेक्टिक्स) दिल्ली पुलिस की सभी इकाइयां और नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) की टीमों के अलावा अर्धसैनिक बल भी तैनाती का हिस्सा है.

डीसीपी ने कहा, “दो अलग-अलग जगहों पर ड्रोन रोधी प्रबंधन प्रणाली लगाई गई हैं. अतिरिक्त चौकसी के लिए ऊंची इमारतों पर भी पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाएगा. किसी भी शत्रुतापूर्ण विमान पर नज़र रखने और उससे निपटने के लिए एक वायु रक्षा बंदूक भी है.”

अधिकारी ने कहा, ‘‘जिन लोगों का टीकाकरण पूरा हो चुका है उन्हें ही कार्यक्रम में शामिल होने की अनुमति होगी. करीब 14,000 आमंत्रियों को इस साल अनुमति होगी जिसमें से करीब 4,000 टिकट जनता के लिए जारी किए गए हैं.”

प्रखर वैन में संलग्न कैमरों के साथ गश्त टीम भी सुरक्षा इंतजाम का हिस्सा होंगे.

दिल्ली पुलिस के अनुसार, तीन-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है और बल हमेशा सतर्कता बरत रहा है और विशेष रूप से राष्ट्रीय महत्व की किसी भी घटना से पहले आतंकवाद रोधी उपाय के साथ तैयार रहता है.

एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा, “हम आतंकवाद रोधी और तोड़फोड़ रोधी गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. हालांकि, यह एक सामान्य प्रोटोकॉल है, लेकिन राष्ट्रीय महत्व की किसी भी घटना से पहले हम इसे विशेष रूप से करते हैं. आगामी गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के साथ, हमने अपनी गतिविधियों को तेज कर दिया है और अतिरिक्त बल को तैनात किया है.”

पंजाब में, हाल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के काफिले की सुरक्षा में सेंध का हवाला देते हुए दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में ऐसी कोई घटना न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए बल अतिरिक्त सतर्क है.

अधिकारी ने कहा, “चूंकि प्रधानमंत्री की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है, इसलिए हमने अपनी चौकसी बढ़ा दी है और यह सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त जन शक्ति तैनात की है कि ऐसी घटना (पंजाब) दोबारा न हो. हमें खुफिया जानकारी भी मिली है कि आतंकी या ड्रोन हमला हो सकता है.”

अधिकारी ने कहा कि पंजाब और गाजीपुर में आईईडी मिलने और अबू धाबी में हाल में हुए ड्रोन हमले के मद्देनजर प्रधानमंत्री के लिए जोखिम की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता. इस हमले में दो भारतीय नागरिकों और एक पाकिस्तानी नागरिक की मौत हो गई थी.

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