देश की खबरें | देश में ‘आदर्श राज्य’ बन रहा राजस्थान : गहलोत
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. , राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनकी सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं से लाखों लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है और राजस्थान अब देश में एक ‘आदर्श राज्य’ के रूप में उभर रहा है।
जयपुर, 30 मार्च , राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनकी सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं से लाखों लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है और राजस्थान अब देश में एक ‘आदर्श राज्य’ के रूप में उभर रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचाना हमारा लक्ष्य है।
गहलोत राजस्थान दिवस पर जयपुर में आयोजित लाभार्थी उत्सव को संबोधित कर रहे थे।
गहलोत ने अपनी सरकार की चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा सहित विभिन्न योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा, “आज मुझे बेहद संतोष हुआ है कि मेरी सरकार द्वारा बनाई गई योजनाओं का लाभ लाखों लोगों तक पहुंचा है और इन योजनाओं से उनके जीवन में बड़े ही सकारात्मक बदलाव आए हैं।”
उन्होंने कहा, “आज राजस्थान एक ‘आदर्श राज्य’ के रूप में उभर रहा है। यह देश के सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाले राज्यों में से एक है। आज देश में राजस्थान की चर्चा सबसे अच्छी सड़कों, सबसे अच्छी स्वास्थ्य सुविधाओं, सबसे अधिक विश्वविद्यालयों व सबसे आगे बढ़ने वाले राज्य के रूप में होती है।”
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा आमजन को निःशुल्क शिक्षा, पानी, बिजली, राशन, स्वास्थ्य बीमा, जांच, दवाई, उपचार के साथ एक करोड़ लोगों को पेंशन, नए स्कूल, कॉलेज, सड़कों, सस्ते गैस सिलेंडर आदि जनहितैषी योजनाओं से लाभान्वित किया जा रहा है।
गहलोत ने कहा कि राजस्थान 11.04 प्रतिशत की आर्थिक विकास दर के साथ देश में दूसरे स्थान पर है; राज्य सरकार द्वारा जनता का पैसा जनहित में खर्च करने के कारण ही ये दोनों उपलब्धियां एक ही समय में संभव हुई है।
उन्होंने कहा कि आमजन को योजना का लाभ लेने में परेशानी न हों इसलिए 181 हेल्पलाइन पर काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या 200 से बढ़ाकर 1000 कर दी गई है।
गहलोत ने कहा कि राजस्थान में 19 नए जिले बनाए गए हैं, ताकि छोटी प्रशासनिक इकाईयों के माध्यम से बेहतर ‘सुशासन’ दिया जा सके।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की योजनाओं के बारे में अधिक से अधिक जागरूकता फैलाई जानी चाहिए ताकि राज्य में कोई भी पात्र व्यक्ति इनके लाभों से वंचित न रहे।
मुख्यमंत्री ने दावा किया,‘‘ आज राज्य सरकार की योजनाएं पूरे देश में चर्चा का विषय है। जनकल्याण में राज्य में किए गए नवाचार अद्वितीय हैं। इनका लाभ हर जरूरतमंद तक पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है।’’
गहलोत ने आमजन से राजस्थान को 2030 तक देश में नंबर वन राज्य बनाने में योगदान देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि 2030 तक राज्य के प्रत्येक परिवार की सम्पन्नता के लक्ष्य को ध्यान में रखकर काम किया जा रहा है ताकि हर राजस्थानी देश की अग्रिम पंक्ति में आ सके।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राज्य भर से ऑनलाइन जुड़े लाभार्थियों से संवाद किया। अधिकारियों के अनुसार राज्य के सभी जिलों से लगभग दो लाख लाभार्थी वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से एवं प्रत्यक्ष रूप से कार्यक्रम से जुड़े।
डूंगरपुर के मोहन पाटीदार व बाड़मेर नरपत सिंह सहित अनेक लाभार्थियों ने बताया कि कैसे उन्हें राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ मिला।
इस अवसर पर पूर्व शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि राज्य सरकार गरीब को ‘गणेश’ मानकर उनकी सेवा करने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की जनहितैषी योजनाओं का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार होना चाहिए ताकि कोई इनके लाभों से वंचित ना रहे।
मुख्य सचिव उषा शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना हम सभी का लक्ष्य एवं संकल्प होना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि राज्य सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के माध्यम से हर वर्ग को लाभान्वित किया जा रहा है।
इस कार्यक्रम से नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री शांति कुमार धारीवाल, जलदाय मंत्री डॉ. महेश जोशी, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री राजेन्द्र सिंह यादव, कई विधायक, वरिष्ठ अधिकारी व बड़ी संख्या में लाभार्थी जुड़े।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)