केरल में प्रदर्शनकारी मजदूरों ने घर वापस भेजने की मांग को लेकर किया पथराव, पुलिसकर्मी घायल

पुलिस ने बताया कि शिविर में अन्य राज्यों के करीब 300 मजदूर थे और दोषियों की पहचान करने और यह पता लगाने के लिए जांच की जा रही है कि कौन हिंसा में लिप्त हुए थे।

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तिरुवनंतपुरम, 10 मई केरल के तिरुवनंतपुरम स्थित एक शिविर में रह रहे प्रवासी मजदूरों के एक समूह ने रविवार को इस मांग को लेकर प्रदर्शन किया कि उन्हें उनके गृह राज्य भेज दिया जाए। इस प्रवासी मजदूरों ने पथराव भी किया जिसमें एक क्षेत्र निरीक्षक घायल हो गए। यह जानकारी पुलिस ने दी।

पुलिस ने बताया कि शिविर में अन्य राज्यों के करीब 300 मजदूर थे और दोषियों की पहचान करने और यह पता लगाने के लिए जांच की जा रही है कि कौन हिंसा में लिप्त हुए थे।

पुलिस ने बताया कि पथराव में पेट्टा क्षेत्र निरीक्षक गिरिलाल घायल हो गए हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

पुलिस के एक अधिकारी ने पीटीआई से कहा, ‘‘हमें सूचना मिली कि मजदूर शहर के उपनगरीय क्षेत्र स्थित अपने शिविर के पास एकत्रित हो रहे हैं और ऐसा करके वे कोविड-19 लॉकडाउन प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर रहे हैं।’’

पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘जब हम वहां पहुंचे वे अपने शिविर में चले गए और हम पर पथराव किया।’’

पुलिस ने बताया कि मजदूरों ने मांग की कि उन्हें उनके गृह राज्यों को वापस भेजने के लिए इंतजाम किया जाएं।

इसी तरह के प्रदर्शन लॉकडाउन के दौरान राज्य में कन्नूर और कोझीकोड सहित अन्य स्थानों से सामने आये थे। मजदूरों की मांग थी कि उन्हें घर जाने दिया जाए।

केरल ने इस महीन के शुरू में केंद्र द्वारा मंजूरी दिये जाने के बाद से 21 विशेष श्रमिक ट्रेनों से 24,088 मजदूरों को वापस भेजा है।

राज्य ने नौ ट्रेनों में 10,017 मजदूरों को बिहार, पांच ट्रेनों में 5,689 को झारखंड और दो ट्रेनों में 2,293 मजदूरों को उत्तर प्रदेश भेजा।

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