‘शहजादे’ ने महाराजाओं का अपमान किया, लेकिन नवाबों के अत्याचारों पर चुप हैं: प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भारत के राजाओं और महाराजाओं का अपमान करने, लेकिन तुष्टीकरण की राजनीति की खातिर नवाबों, निजामों, सुल्तानों और बादशाहों द्वारा किए गए अत्याचारों पर एक भी शब्द नहीं बोलने का आरोप लगाया.
बेलगावी (कर्नाटक), 28 अप्रैल : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भारत के राजाओं और महाराजाओं का अपमान करने, लेकिन तुष्टीकरण की राजनीति की खातिर नवाबों, निजामों, सुल्तानों और बादशाहों द्वारा किए गए अत्याचारों पर एक भी शब्द नहीं बोलने का आरोप लगाया. उन्होंने ‘‘विरासत कर’’ मुद्दे पर भी कांग्रेस के खिलाफ हमला जारी रखा और कानून व व्यवस्था की स्थिति को लेकर कर्नाटक में पार्टी की सरकार पर निशाना साधा. मोदी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) लोगों की संपत्तियां बढ़ाने पर काम कर रही है, लेकिन कांग्रेस का शहजादा (राहुल गांधी) और उनकी बहन (प्रियंका गांधी वाद्रा) दोनों यह घोषणा कर रहे हैं कि अगर वे सत्ता में आए तो वे देश का ‘एक्स-रे’ करेंगे. प्रधानमंत्री ने पूछा, ‘‘वे आपकी संपत्ति, बैंक लॉकर, जमीन, वाहनों, ‘स्त्रीधन’ और महिलाओं के आभूषण, सोने, मंगलसूत्र का ‘एक्स-रे’ करेंगे. ये लोग हर घर पर छापा मारेंगे और आपकी संपत्ति पर कब्जा करेंगे. कब्जा करने के बाद वे इसे पुन: वितरित करने की बात कर रहे हैं, वे उसे अपने प्रिय वोट बैंक को देना चाहते हैं...क्या आप इस लूट को होने देंगे?’’ मोदी ने कहा, ‘‘मैं कांग्रेस को आगाह करना चाहता हूं.’’ उन्होंने कहा कि ‘‘इस इरादे को छोड़ दीजिए. जब तक मोदी जिंदा है, मैं इसे होने नहीं दूंगा....’’ यहां एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘कांग्रेस ने तुष्टीकरण और वोट बैंक को ध्यान में रखते हुए हमारा इतिहास और स्वतंत्रता संघर्ष लिखा, बल्कि आज भी कांग्रेस के ‘शहजादे’ उस पाप को आगे बढ़ा रहे हैं. आपने कांग्रेस के शहजादे का हालिया बयान सुना होगा- वह कहते हैं कि भारत के राजा और महाराजा अत्याचारी थे.’’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘उन्होंने (गांधी) राजाओं और महाराजाओं पर लोगों तथा गरीबों की जमीन और संपत्ति हड़पने का आरोप लगाया...कांग्रेस के शहजादे ने छत्रपति शिवाजी महाराज और कित्तूर की रानी चेन्नम्मा जैसी महान शख्सियतों का अपमान किया है जिनका प्रशासन और देशभक्ति आज भी हमें प्रेरित करता है.’’ मैसुरु के पूर्व शाही परिवार के योगदान को याद करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘कांग्रेस के शहजादे ने वोट बैंक की राजनीति और तुष्टीकरण को ध्यान में रखते हुए जानबूझकर ऐसे बयान दिए.’’ उन्होंने कहा कि मैसुरु के पूर्व शाही परिवार का उनके योगदान के लिए आज भी देशभर में सम्मान किया जाता है. उन्होंने कहा, ‘‘शहजादे ने राजा, महाराजाओं के बारे में बुरा-भला कहा, लेकिन भारत के इतिहास में नवाबों, निजामों, सुल्तानों और बादशाहों ने, जो अत्याचार किया, उसके बारे में शहजादे के मुंह पर ताला लग गया.’’ मोदी ने कहा कि राहुल गांधी मुगल शासक औरंगजेब के जुल्मों को याद नहीं रख सकते. उन्होंने कहा, ‘‘उसने (औरंगजेब) हमारे कई मंदिरों को अपवित्र किया और उन्हें ध्वस्त कर दिया. कांग्रेस उन दलों के साथ खुशी-खुशी गठबंधन कर रही है, जिन्होंने हमारे धार्मिक स्थानों को नष्ट किया, हत्याओं, गौ हत्या में शामिल रहे. वे उस नवाब को याद नहीं करते, जिन्होंने भारत के विभाजन में भूमिका निभायी थी.’’
मोदी ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय बनाने में बनारस के राजा और मंदिरों के पुनर्निर्माण में महारानी अहिल्याबाई होल्कर के योगदानों को भी याद किया.
प्रधानमंत्री ने दावा किया कि कांग्रेस की तुष्टीकरण की विचारधारा देश के सामने खुलकर आ गयी है और यह उनके घोषणा पत्र में भी दिखायी देती है.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता बी.एस. येदियुरप्पा, बेलगाम (बेलगावी) से पार्टी के उम्मीदवार और पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार और चिक्कोडी से उम्मीदवार अन्नासाहेब शंकर जोले इस जनसभा में उपस्थित रहे. मोदी ने बेलगावी में एक आदिवासी महिला से कथित अत्याचार और चिक्कोडी में एक जैन मुनि की हत्या का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि जब से कांग्रेस कर्नाटक में सत्ता में आयी है, पूरे प्रदेश में कानून व व्यवस्था की स्थिति बिगड़ गयी है. उन्होंने कहा कि ये घटनाएं शर्मनाक हैं और कर्नाटक के गौरव को कम करती हैं. हुबली में एक छात्रा नेहा हिरेमथ की हाल में हुई हत्या का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि परिवार ने कार्रवाई की मांग की है, लेकिन कांग्रेस सरकार ने तुष्टीकरण को प्राथमिकता दी. उन्होंने कहा, ‘‘उनके लिए नेहा जैसी बेटियों की जिंदगियों की कोई कीमत नहीं है, वे केवल अपने वोट बैंक के बारे में सोचते हैं.’’
मोदी ने कहा कि बेंगलुरु के कैफे में बम विस्फोट के बावजूद कांग्रेस सरकार ने शुरुआत में इसे गंभीरता से नहीं लिया, बल्कि उन्होंने इसे सिलेंडर विस्फोट बताया. उन्होंने कहा, ‘‘आप (कांग्रेस) देश के लोगों से झूठ क्यों बोल रहे हैं, अगर आप नहीं कर सकते तो छोड़ दीजिए और घर जाइए.’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस वोटों की खातिर प्रतिबंधित राष्ट्र विरोधी संगठन पीएफआई की मदद ले रही है जो आतंकवाद का समर्थन करता है. उन्होंने कहा, ‘‘वायनाड में एक सीट जीतने के लिए आप उनके आगे घुटने टेक रहे हैं? भाजपा ने पीएफआई पर प्रतिबंध लगा दिया और उसके नेताओं को जेल में भेज दिया है.’’ मोदी ने कहा कि कांग्रेस ‘‘विरासत कर’’ के ‘‘खतरनाक’’ फॉर्मूला के साथ आयी है, जिसके अनुसार पार्टी सत्ता में आने पर उस संपत्ति या धन पर कर लगाएगी, जिसे लोग अपने बच्चों के लिए बचाकर रखते हैं. उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘वे (कांग्रेस) कहते हैं, आप वह संपत्ति या धन नहीं दे सकते जो आप अपने बच्चों के लिए बचाते हैं. अगर आपको देनी है तो आपको उस पर 55 फीसदी कर देना होगा...इसे अपने वोट बैंक में बांटने के लिए वे आपकी संपत्तियों पर कब्जा जमाना चाहते हैं.’’