देश की खबरें | कश्मीर में प्रधानमंत्री मोदी ने सभी वादे पूरे करने का आश्वासन दिया

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि वह जम्मू कश्मीर के लोगों से किए गए अपने वादों को पूरा करेंगे। इस बयान को मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला द्वारा राज्य का दर्जा बहाल करने की जोरदार मांग की ओर परोक्ष संकेत के रूप में देखा जा रहा है।

सोनमर्ग (जम्मू कश्मीर), 13 जनवरी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि वह जम्मू कश्मीर के लोगों से किए गए अपने वादों को पूरा करेंगे। इस बयान को मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला द्वारा राज्य का दर्जा बहाल करने की जोरदार मांग की ओर परोक्ष संकेत के रूप में देखा जा रहा है।

मोदी ने यहां श्रीनगर और सोनमर्ग के बीच 6.4 किलोमीटर लंबी सुरंग के उद्घाटन के बाद कहा, “यह मोदी है, वादा करता है तो निभाता है। हर कम का एक समय है और सही समय पर सही काम भी होने वाले हैं।” उद्घाटन समारोह के दौरान अब्दुल्ला के साथ मंच साझा करते हुए मोदी ने एक बड़ी जनसभा को भी संबोधित किया।

कश्मीर को भारत का मुकुट बताते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि ‘विकसित भारत’ का सपना तभी साकार होगा जब यह मुकुट रत्नजटित होगा।

इससे पहले समारोह में बोलते हुए अब्दुल्ला ने पिछले साल सितंबर में विधानसभा चुनावों से पहले प्रधानमंत्री द्वारा किए गए वादे के अनुसार जम्मू कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने पर जोर दिया और कहा, “मेरा दिल मानता है कि आप जल्द ही इस वादे को पूरा करेंगे।”

उन्होंने कहा, “आपने चार महीने के भीतर विधानसभा चुनाव कराने का भी वादा किया था और आप अपने वादे पर खरे उतरे।”

राज्य के मुद्दे का सीधा उल्लेख किए बिना मोदी ने उपस्थित लोगों को आश्वस्त किया कि सभी वादे पूरे किए जाएंगे और सही समय पर सही चीजें होंगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि वह जम्मू-कश्मीर को सुंदर और समृद्ध बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “जम्मू-कश्मीर में शांति का माहौल है और हमने इसका असर पर्यटन पर भी देखा है। कश्मीर आज विकास की नई गाथा लिख ​​रहा है।”

उन्होंने कहा, “21वीं सदी का जम्मू-कश्मीर विकास का नया अध्याय लिख रहा है।” उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र अतीत के कठिन दिनों को पीछे छोड़कर “धरती पर स्वर्ग” के रूप में अपनी पहचान पुनः प्राप्त कर रहा है।

मोदी ने कहा कि कश्मीर घाटी जल्द ही रेलगाड़ी से जुड़ जाएगी और इसे लेकर लोगों में उत्साह है।

मोदी ने पिछले वर्ष 20 अक्टूबर में यहां जेड-मोड़ सुरंग के पास हुए आतंकवादी हमले में मारे गए सात लोगों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की।

सुरंग का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री इसके अंदर गए और परियोजना से जुड़े अधिकारियों से बातचीत की। उन्होंने उन निर्माण श्रमिकों से भी मुलाकात की, जिन्होंने सुरंग का निर्माण पूरा करने के लिए कठिन परिस्थितियों में काम किया।

उन्होंने उन मजदूरों का आभार व्यक्त किया जिन्होंने जम्मू-कश्मीर और भारत के विकास के लिए कड़ी मेहनत की और अपनी जान भी दांव पर लगा दी।

प्रधानमंत्री ने श्रमिकों के संकल्प और प्रतिबद्धता की सराहना करते हुए कहा, “चुनौतियों के बावजूद हमारा संकल्प डगमगाया नहीं।”

बर्फ से ढके खूबसूरत पहाड़ों और सुहावने मौसम की प्रशंसा करते हुए मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा सोशल मीडिया पर हाल ही में साझा की गई तस्वीरों को देखने के बाद उनमें जम्मू-कश्मीर आने की उत्सुकता बढ़ गई थी।

उन्होंने अपने पुराने दिनों को याद किया जब वह भाजपा के लिए काम करते हुए अक्सर इस क्षेत्र का दौरा करते थे और उन्होंने सोनमर्ग, गुलमर्ग, गंदेरबल और बारामूला जैसे क्षेत्रों में काफी समय बिताने का उल्लेख किया, जहां अक्सर घंटों पैदल चलकर कई किलोमीटर की दूरी तय की जाती थी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारी बर्फबारी के बावजूद जम्मू-कश्मीर के लोगों की गर्मजोशी के कारण ठंड का एहसास नहीं होता था। इस पर श्रोताओं ने तालियां बजाईं।

मोदी ने हाल ही में जम्मू रेल मंडल के शिलान्यास के बारे में भी बात की, जो लोगों की लंबे समय से मांग थी।

उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि यह सुरंग सोनमर्ग, करगिल और लेह के लोगों के जीवन को काफी आसान बना देगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस सुरंग से हिमस्खलन, भारी बर्फबारी और भूस्खलन के दौरान होने वाली कठिनाइयों में कमी आएगी, जिसके कारण अक्सर सड़कें बंद हो जाती हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सोनमर्ग सुरंग का वास्तविक निर्माण कार्य 2015 में उनकी सरकार के सत्ता में आने के बाद शुरू हुआ था और उन्हें खुशी है कि सुरंग का निर्माण उनके प्रशासन के तहत पूरा हुआ।

उन्होंने कहा, “मेरा यह मंत्र है कि हम जो भी परियोजना घोषित करते हैं, उसका उद्घाटन करते हैं।” उन्होंने स्पष्ट किया कि वे दिन चले गए जब परियोजनाओं की घोषणा तो कर दी जाती थी, लेकिन उन पर कोई काम नहीं होता था।

इससे पहले अब्दुल्ला ने मोदी का स्वागत करते हुए पिछले साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर दिए गए उनके भाषण का जिक्र किया और कहा, “आपने अपने कार्यक्रम में तीन बहुत महत्वपूर्ण बिंदु रखे। आपने ‘दिल की दूरी’ और ‘दिल्ली से दूरी’ की बात की और कहा कि आप इन दोनों चीजों को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा कि यह सम्मान की बात है कि प्रधानमंत्री ने 15 दिनों के भीतर जम्मू-कश्मीर में दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन किया। पिछले सप्ताह मोदी ने जम्मू रेलवे मंडल का डिजिटल माध्यम से उद्घाटन किया था।

अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री को उनके वादे पर कायम रहने के लिए धन्यवाद देते हुए कहा, “ऐसी परियोजनाओं से न केवल दिलों की दूरी कम होती है, बल्कि दिल्ली से दूरी भी कम होती है।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग अक्सर उनसे मिलते हैं और पूछते हैं कि जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा कब बहाल होगा।

उन्होंने कहा, “मेरा दिल कहता है कि प्रधानमंत्री जी, आप बहुत जल्द जम्मू-कश्मीर के लोगों से किया अपना तीसरा वादा पूरा करेंगे। और जम्मू-कश्मीर को एक बार फिर राज्य का दर्जा मिलेगा।”

उद्घाटन के अवसर पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी उपस्थित थे।

पिछले साल सितंबर-अक्टूबर में विधानसभा चुनाव के बाद मोदी की यह पहली जम्मू-कश्मीर यात्रा है।

मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले में गगनगीर और सोनमर्ग के बीच बनाई गई 6.5 किलोमीटर लंबी दो लेन की 2,700 करोड़ की लागत वाली सुरंग में आपात स्थिति के लिए समानांतर 7.5 मीटर चौड़ा निकासी मार्ग भी है। यह सुरंग दो दिशाओं के यातायात के लिए होगी।

समुद्र तल से 8,650 फुट की ऊंचाई पर स्थित यह सुरंग भूस्खलन और हिमस्खलन वाले मार्गों से अलग लेह के रास्ते श्रीनगर और सोनमर्ग के बीच सभी मौसम में संपर्क को कायम रखेगी।

इतना ही नहीं 6,800 करोड़ रुपये की लागत वाली जोजिला सुरंग के पूरा हो जाने के बाद श्रीनगर-लेह मार्ग सभी मौसमों के लिए उपयुक्त हो जाएगा। जोजिला सुरंग के 2028 तक पूरा होने की उम्मीद है।

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