नयी दिल्ली, एक अक्टूबर भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने मंगलवार को कहा कि वह बजट में घोषित ‘पीएम इंटर्नशिप योजना’ के क्रियान्वयन को सुगम बनाने के लिए कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय (एमसीए) के साथ मिलकर काम कर रहा है।
पीएम इंटर्नशिप योजना का लक्ष्य अगले पांच वर्षों में 500 शीर्ष सीएसआर कंपनियों में एक करोड़ युवाओं को इंटर्नशिप के अवसर प्रदान करना है।
उद्योग निकाय ने कहा कि सीआईआई सरकार तथा उद्योग के बीच एक महत्वपूर्ण मध्यस्थ के रूप में कार्य कर रहा है और योजना का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित कर रहा है।
पीएम इंटर्नशिप योजना भारत में युवाओं को वास्तविक दुनिया के कारोबारी माहौल से परिचित करा उनकी रोजगार क्षमता को बढ़ाएगी।
सीआईआई ने कहा कि इस योजना से उद्योग को भी लाभ होगा क्योंकि इससे कुशल, काम के लिए तैयार युवाओं की एक खेप तैयार होगी। इन्हें इंटर्नशिप के बाद बड़े तथा सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यमों में रोजगार मिल सकेगा।
कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय (एमसीए) ने इस योजना के लिए एक समर्पित, उपयोगकर्ता-केंद्रित मंच भी शुरू किया है। यह एक केंद्र के रूप में काम करेगा और कंपनियों तथा इच्छुक प्रशिक्षुओं के बीच एक कड़ी होगा जिससे योजना के लिए आवेदन तथा भागीदारी प्रक्रियाओं को सुचारू रूप से संचालित किया जा सकेगा।
सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा, ‘‘ उद्योगों में प्रतिभा की बढ़ती कमी के कारण, पीएम इंटर्नशिप योजना एक महत्वपूर्ण कड़ी का काम करती है। युवाओं को नौकरी के दौरान प्रशिक्षण प्रदान कर यह उन्हें उभरते उद्योग की मांगों को पूरा करने के लिए तैयार करेगी। साथ ही यह सुनिश्चित करेगी कि व्यवसायों को कुशल तथा चुस्त भावी कार्यबल तक पहुंच मिले, जिससे प्रगति व नवाचार को बढ़ावा मिलेगा।’’
सीआईआई के चेयरमैन एवं आईटीसी लिमिटेड के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक संजीव पुरी ने कहा, ‘‘ विनिर्माण और सेवा सहित विभिन्न क्षेत्रों में एक करोड़ युवाओं को इंटर्नशिप प्रदान करने के साथ यह योजना भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए कुशल कार्यबल तैयार करेगी।’’
पीएम इंटर्नशिप योजना कौशल अंतर को पाटने और भारत में सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए एक परिवर्तनकारी अवसर का प्रतिनिधित्व करती है।
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