पेरिस ओलंपिक: कैसे बेहतर प्रदर्शन करेंगे भारतीय एथलीट

पेरिस ओलंपिक का शुक्रवार, 26 जुलाई को भव्य आगाज होने जा रहा है.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit: Image File)

पेरिस ओलंपिक का शुक्रवार, 26 जुलाई को भव्य आगाज होने जा रहा है. पेरिस ओलंपिक में भारत ने 117 खिलाड़ियों का दल भेजा है. टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत ने सात पदक जीते थे, इस बार भारत का लक्ष्य पदकों की संख्या बढ़ाना है.फ्रांस की राजधानी पेरिस 2024 के ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए तैयार है. पेरिस ओलंपिक 2024 की शुरुआत शुक्रवार, 26 जुलाई से हो रही है और यह आयोजन 11 अगस्‍त तक चलेगा. ओलंपिक में भारत के 117 एथलीट अलग-अलग खेलों में भाग लेंगे. कई भारतीय खिलाड़ी पहली बार ओलंपिक में भाग ले रहे हैं, जबकि कुछ टोक्यो ओलंपिक 2020 और पहले के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में हिस्सा ले चुके हैं.

भारतीय एथलीटों को बताया जा रहा है कि भरपूर नींद ओलंपिक में सफलता की नींव हो सकती है. पेरिस में उन्हें पूरी तरह से तरोताजा रखने के लिए स्लीप थेरेपिस्ट मोनिका शर्मा को नियुक्त किया है. वह कहती हैं कि उनकी भूमिका भारत के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है. यह पक्ष खेल के पारंपरिक दिग्गजों द्वारा प्रदर्शन में आगे बने रहने के लिए अपनाए जाने वाले तरीकों के मुताबिक ही है.

खिलाड़ियों के लिए नींद क्यों जरूरी

मोनिका शर्मा ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स से कहा, "नींद दिमाग के लिए ईंधन की तरह है." वह कहती हैं, "जिस तरह इंजन को चलने के लिए ईंधन की जरूरत होती है, उसी तरह आपके मस्तिष्क को अपनी पूरी क्षमता और संभावना से काम करने के लिए नींद की जरूरत होती है. यह एथलीटों और उच्च प्रदर्शन करने वालों के लिए मौजूद सबसे अच्छी रिकवरी रणनीति भी है."

मोनिका शर्मा बताती हैं कि भरपूर नींद, हड्डियों और मांसपेशियों की मरम्मत करती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है. यह एथलीट के संज्ञानात्मक क्षमता के लिए भी समान रूप से फायदेमंद हो सकती है. उन्होंने कहा, "नींद, स्मृति एकीकरण और भावनात्मक रेगुलेशन में मदद करती है. तभी एक एथलीट तेज फोकस और सोच में स्पष्टता हासिल करने में सक्षम होता है."

खिलाड़ियों के लिए नींद कितनी जरूरी है, इसके बारे में मोनिका शर्मा आगे बताती हैं, "उनका रिएक्शन टाइम, सटीकता, निर्णय- ये सभी तब बढ़ जाते हैं, जब एक एथलीट पर्याप्त नींद लेने में सक्षम होता है." उन्होंने अमेरिका में अपनी पोस्ट-डॉक्टोरल की पढ़ाई की है. उनके पास अपने इन विचारों के समर्थन में पर्याप्त आंकड़े हैं. वह बताती हैं कि भरपूर नींद से एथलीट के प्रतिक्रिया करने के समय में 11 प्रतिशत और शॉट की सटीकता में 15 प्रतिशत तक सुधार हो सकता है, वे तेजी से दौड़ सकते हैं और ऊंची छलांग लगा सकते हैं. मोनिका शर्मा ने भारतीय एथलीटों के लिए नींद की निजी दिनचर्या तैयार की है और जेटलैग व टाइम जोन जैसी समस्याओं से निपटने के लिए भी रणनीति बनाई है.

पेरिस 2024: क्या चाइल्ड एथलीटों के लिए ओलंपिक में शामिल होना सही है?

भारतीय ओलंपिक संघ की कैसी तैयारी

पेरिस ओलंपिक के लिए भारतीय ओलंपिक संघ ने भी तैयारियां की हैं. खिलाड़ी अच्छी नींद ले सकें, इसके लिए खेलगांव में तीन स्लीपिंग पॉड का इंतजाम किया है.

मोनिका शर्मा बताती हैं, "एड्रेनलीन का अत्यधिक स्राव होता है, चाहे वह प्रदर्शन संबंधी चिंता हो या उत्साह और दोनों ही नींद में खलल डाल सकते हैं."

भारत की बैडमिंटन खिलाड़ी तनीषा क्रास्टो इन पॉड्स को आजमाने के लिए बेकरार हैं. तनीषा ने रॉयटर्स से कहा, "यह एक बढ़िया पहल है." उन्होंने कहा, "मुझे स्लीप पॉड्स आजमाने में वाकई दिलचस्पी है. वहां की आबोहवा बहुत अलग है, मैंने इंस्टाग्राम की रील्स में देखा है कि वहां सूरज बहुत देर से ढलता है. स्लीप पॉड्स को लेकर मैं बहुत उत्साहित हूं."

पेरिस ओलंपिक में भारत के 70 पुरुष और 47 महिला एथलीट शामिल हैं. 117 सदस्यों के दल में एथलेटिक्स (29), निशानेबाजी (21) और हॉकी (19) के खिलाड़ी सबसे ज्यादा हैं. टोक्यो ओलंपिक में नीरज चोपड़ा ने जैवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल जीता था. इस बार भी उनसे मेडल की उम्मीद लगाई जा रही है.

एए/एसएम (रॉयटर्स)

Share Now

Tags


\