नयी दिल्ली, 15 दिसंबर सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली कंपनी एनटीपीसी ने आंध्र प्रदेश के सिम्हाद्री में ‘एकल ईंधन-सेल आधारित हरित हाइड्रोजन माइक्रो-ग्रिड’ परियोजना की शुरुआत की है।
बिजली मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में कहा, ‘‘एनटीपीसी ने सिम्हाद्री (विशाखापत्तनम के पास) कंपनी के गेस्ट हाउस में इलेक्ट्रोलाइजर का उपयोग करके हाइड्रोजन उत्पादन के साथ ही एकल ईंधन-सेल आधारित माइक्रो-ग्रिड’ परियोजना की शुरुआत की है।’’
बयान में कहा गया है कि यह भारत की पहली और दुनिया की सबसे बड़ी हरित हाइड्रोजन आधारित ऊर्जा भंडारण परियोजना में से एक होगी।
इसकी बड़े पैमाने पर हाइड्रोजन ऊर्जा भंडारण परियोजनाओं में अग्रणी भूमिका होगी और यह देश के विभिन्न ‘ऑफ ग्रिड’ (जहां ग्रिड की पहुंच नहीं हो पायी है) तथा महत्वपूर्ण स्थानों में माइक्रोग्रिड की स्थापना एवं अध्ययन के लिए उपयोगी साबित होगी।
परियोजना के तहत समीप के जलाशय में स्थित ‘फ्लोटिंग’ सौर परियोजना से जरूरी बिजली लेकर उन्नत 240 किलोवॉट सॉलिड ऑक्साइड इलेक्ट्रोलाइजर का उपयोग करके हाइड्रोजन का उत्पादन किया जाएगा। धूप रहने के दौरान घंटों तक उत्पादित हाइड्रोजन को उच्च दबाव में संग्रहीत किया जाएगा और फिर 50 किलोवॉट ठोस ऑक्साइड ईंधन सेल का उपयोग करके इसे विद्युतीकृत किया जाएगा।
यह प्रणाली शाम 5 बजे से सुबह 7 बजे तक एकल आधार पर कार्य करेगी।
इस अनूठी परियोजना की रूपरेखा एनटीपीसी ने तैयार की है। यह भारत के लिए एक विशिष्ट परियोजना है और लद्दाख तथा जम्मू-कश्मीर जैसे देश के दूरदराज क्षेत्रों को कार्बन उत्सर्जन से मुक्त करने में मददगार होगी। ये क्षेत्र अब तक केवल डीजल जनरेटर पर निर्भर हैं।
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