देश की खबरें | दिल्ली की हवा में नहीं हुआ कोई सुधार, वाणु गुणवत्ता अब भी ‘बहुत खराब’

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. दिल्ली की वायु गुणवत्ता बृहस्पतिवार को ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी रही और आगामी दो दिन भी इसमें कोई सुधार होने की उम्मीद नहीं है।

एनडीआरएफ/प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: ANI)

नयी दिल्ली, तीन दिसंबर दिल्ली की वायु गुणवत्ता बृहस्पतिवार को ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी रही और आगामी दो दिन भी इसमें कोई सुधार होने की उम्मीद नहीं है।

शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) सुबह नौ बजे 342 रहा। बुधवार को शहर में 24 घंटे का औसत एक्यूआई 373 था। यह मंगलवार को 367, सोमवार को 318 और रविवार को 268 था।

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शून्य से 50 के बीच एक्यूआई ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच एक्यूआई ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच एक्यूआई ‘सामान्य’ 201 और 300 के बीच एक्यूआई ‘खराब’, 301 और 400 के बीच एक्यूआई ‘बेहद खराब’ और 401 से 500 के बीच एक्यूआई ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार बृहस्पतिवार को हवा की दिशा मुख्य रूप से उत्तर की ओर रहेगी और अधिकतम छह किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलेगी।

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मौसम विभाग ने बताया कि बृहस्पतिवार को न्यूनतम तापमान 8.2 डिग्री सेल्सियस था और अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहने का पूर्वानुमान है।

आईएमडी अधिकारियों के अनुसार, इस मौसम में न्यूनतम तापमान अधिकतर दिनों में बादल नहीं होने के कारण सामान्य से दो से तीन डिग्री कम बना हुआ है।

ठंडी हवाओं और कम तापमान के कारण प्रदूषक धरातल के निकट बने रहते हैं जबकि अनुकूल तेज हवाएं इन्हें छितरा कर अपने साथ उड़ा ले जाती हैं।

केंद्र सरकार की दिल्ली के लिए वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली ने बताया कि वायु गुणवत्ता के शनिवार तक ‘बेहद खराब’ श्रेणी में बने रहने की आशंका है।

उसने पहले कहा था कि चार दिसंबर से सात दिसंबर के बीच इसके ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंचने का पूर्वानुमान है।

शहर का वेंटिलेशन इंडेक्स (वायु संचार सूचकांक) बृहस्पतिवार को 3,000 वर्गमीटर प्रति सेकेंड रहने का अनुमान है।

वायु संचार सूचकांक 6,000 वर्गमीटर प्रति सेकेंड से कम और वायु की औसत गति 10 किलोमीटर प्रति घंटे से कम रहने से प्रदूषक तत्वों के छितराव के लिए प्रतिकूल स्थितियां होती हैं।

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