भुवनेश्वर, एक जून ओडिशा सरकार ने भीषण गर्मी के चलते अब तक राज्य में कम से कम नौ व्यक्तियों के जान गंवाने की शनिवार को पुष्टि की, जबकि इस बारे में जांच अभी जारी है कि 81 और लोगों की मौत क्या भीषण गर्मी की चपेट में आने से हुई।
विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) के कार्यालय की एक रिपोर्ट के अनुसार, सरकार को इस साल गर्मी के मौसम में लू लगने से हुई मौतों के 96 मामलों की सूचना मिली है।
इनमें, 54 संदिग्ध मामले शुक्रवार से सात जिलों से आये हैं, जिनमें बोलनगीर (20), संबलपुर (15), झारसुगुड़ा (छह), क्योंझर (चार), सोनपुर (छह), सुंदरगढ़ (दो) और बालासोर (एक) हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, लू लगने से अब तक नौ लोगों की मौत होने की पुष्टि हुई है, जिनमें से तीन मौतें पिछले 48 घंटों में हुई हैं। जांच के दौरान सरकार ने यह भी पाया कि छह मौतें लू लगने के कारण नहीं हुई थीं। रिपोर्ट में कहा गया है कि शेष 81 मौतों के लिए संयुक्त जांच की जा रही है।
इस बीच, ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप कुमार जेना और एसआरसी सत्यब्रत साहू ने शनिवार को मयूरभंज, बालासोर, भद्रक, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, जगतसिंहपुर, पुरी और कटक को छोड़कर सभी जिलाधिकारियों के साथ लू की स्थिति की समीक्षा बैठक की।
जिलाधिकारियों को एसआरसी द्वारा जारी लू से जुड़े परामर्श और एहतियाती उपायों के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
अधिकारी ने बताया कि एसआरसी कार्यालय द्वारा स्थिति पर चौबीसों घंटे नजर रखी जा रही है।
शनिवार को राज्य के कई इलाकों में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी रहा और टिटलागढ़ में पारा 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। इसके बाद, बरगढ़ (45.8 डिग्री सेल्सियस), बोलनगीर (45.5 डिग्री सेल्सियस), भवानीपटना (44.6 डिग्री सेल्सियस) और नुआपाड़ा (44 डिग्री सेल्सियस) का स्थान रहा।
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