MP: उफनती नदी में बही महिला को आठ घंटे से अधिक समय तक चले बचाव अभियान के बाद जीवित निकाला गया
मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में उफनती नदी को पार करते समय बही 35 वर्षीय एक महिला करीब 16 किलोमीटर दूर एक मोटी लकड़ी को पकड़े हुए मिली और आठ घंटे से अधिक समय तक चले बचाव अभियान के बाद उसे शुक्रवार को नदी से बाहर निकाल कर बचा लिया गया.
भोपाल, 13 अगस्त : मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में उफनती नदी को पार करते समय बही 35 वर्षीय एक महिला करीब 16 किलोमीटर दूर एक मोटी लकड़ी को पकड़े हुए मिली और आठ घंटे से अधिक समय तक चले बचाव अभियान के बाद उसे शुक्रवार को नदी से बाहर निकाल कर बचा लिया गया. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यह घटना बृहस्पतिवार रात करीब आठ बजे विदिशा की बेतवा नदी में हुई. गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा ने शुक्रवार को बताया कि सोनम दांगी अपने भाई के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर रक्षा बंधन मनाने के लिए अपने मायके पड़रिया गांव जा रही थी, तभी रात्रि करीब आठ बजे बर्रीघाट पुल से मोटरसाइकिल फिसलकर उफनती बेतवा नदी में गिर गई और सोनम काफी दूर बह गई.
उन्होंने बताया कि सोनम के भाई को तत्काल बचा लिया गया, लेकिन सोनम काफी तलाश करने के बाद रात 11 बजे बेतवा नदी के गंज स्थित एक निर्माणाधीन पुल के एक खंभे में लगे लोहे के सरियों के बीच मिली. राजौरा ने बताया कि रात्रि दो बजे से बचाव अभियान शुरू किया गया, लेकिन बेतवा नदी में बाढ़ एवं अत्यधिक बहाव के कारण बचाव में लगी मोटर नौका वहां तक नहीं पहुंच पा रही थी. उन्होंने बताया कि रात्रि करीब साढ़े चार बजे पांचवें प्रयास में नौका एवं उसके साथ पांच तैराक वहां तक पहुंच गये, लेकिन जब वे महिला को लाइफ जैकेट पहनाकर वहां से ला रहे थे, तभी तेज बहाव के कारण मोटर नौका पलट गई. यह भी पढ़ें :Assam: 13 साल की बच्ची की संदिग्ध मौत पर घर पहुंचे CM हिमंता, SP समेत 3 ऑफिसर सस्पेंड
उन्होंने कहा कि सभी तैराक सुरक्षित बाहर आ गए, लेकिन महिला बह गई. वह एक मोटी लकड़ी के सहारे लगभग 16 किलोमीटर नदी में बहते हुए ग्राम राजखेड़ा पहुंच गई. राजौरा ने बताया कि राजखेड़ा में लोगों ने महिला को नदी में एक मोटी लकड़ी को पकड़े हुए देखा, जिसके बाद फिर ट्यूब के माध्यम से उसे किनारे पर लाया गया एवं उसे बचा लिया गया. उन्होंने कहा कि महिला हाइपोथर्मिया (अल्पताप) से पीड़ित होने के कारण अस्पताल में भर्ती है और उसकी हालत खतरे से बाहर है.