गैरसैंण, 21 अगस्त उत्तराखंड विधानसभा का तीन दिवसीय मानसून सत्र बुधवार से गैरसैंण में शुरू हो गया। सत्र के पहले दिन केदारनाथ की दिवंगत विधायक शैलारानी रावत तथा चंपावत के पूर्व विधायक कैलाश चंद्र गहतोड़ी को श्रद्धांजलि दी गयी।
पहले दिन सदन में उत्तराखंड लोक तथा निजी संपत्ति क्षति वसूली अध्यादेश, उत्तराखंड (उप्र नगर निगम अधिनियम 1959) संशोधन अध्यादेश 2024 तथा उत्तराखंड (उप्र नगर पालिका अधिनियम 1916) संशोधन अध्यादेश 1924 पटल पर रखे गए।
दिवंगत विधायक रावत को श्रद्धांजलि देते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उनका चला जाना एक खालीपन दे गया है जिसे कभी भरा नहीं जा सकता।
धामी ने कहा कि दिवंगत रावत ने अपना पूरा जीवन जनसेवा के लिए समर्पित कर दिया तथा वह अपने क्षेत्र के लोगों के संघर्ष में सदैव उनके साथ खड़ी रहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा,''उन्होंने मुझे हमेशा अपने छोटे भाई की भांति स्नेह प्रदान किया।''
धामी ने दिवंगत गहतोड़ी को याद करते हुए कहा कि चंपावत के पूर्व विधायक का असामयिक निधन उनके लिए एक व्यक्तिगत क्षति है।
मुख्यमंत्री ने कहा, '' उनकी स्मृति जीवनभर मेरे साथ रहेगी।''
वर्ष 2022 में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान धामी के खटीमा सीट से हार जाने के बाद गहतोड़ी ने ही उनके लिए अपनी चंपावत सीट छोड़ी थी।
धामी ने इसका जिक्र करते हुए कहा, ''उनके इस बड़प्पन और स्नेह को मैं कभी नहीं भुला सकता। गहतोड़ी जी चंपावत की जो जिम्मेदारी मुझे देकर गए हैं, उनके हर सपने को पूरा करने के लिए मैं प्रतिबद्ध हूं।''
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