देश की खबरें | राजस्थान के कई जिलों में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित, मुख्यमंत्री ने हवाई सर्वेक्षण किया

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. राजस्थान के पूर्वी हिस्सों के कई इलाकों में पिछले तीन दिनों में हुई मूसलाधार बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति के चलते सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा।

जयपुर, 13 अगस्त राजस्थान के पूर्वी हिस्सों के कई इलाकों में पिछले तीन दिनों में हुई मूसलाधार बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति के चलते सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दौसा, करौली और भरतपुर जिलों में बारिश से प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया और जयपुर में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।

प्रभावित जिलों में मंगलवार को स्कूल बंद रहे, एसडीआरएफ और जिला प्रशासन की टीम पानी निकालने और जलभराव वाले इलाकों में लोगों को सहायता पहुंचाने में जुटी रहीं। राज्य के विभिन्न हिस्सों में पिछले दो दिनों में बारिश जनित हादसों में 22 लोगों की मौत हो चुकी है। सीकर के धोद इलाके में एक जर्जर मकान ढह गया। हालांकि, इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ।

आपदा राहत विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के जवान जलभराव वाले इलाकों में लोगों को मदद पहुंचाने में लगे हुए हैं।

उन्होंने बताया कि बाढ़ जैसी स्थिति वाले करौली जिले और हिंडौन कस्बे में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को राज्य में कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है।

कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले किरोड़ी लाल मीणा ने दौसा में जायजा लिया और अधिकारियों के साथ बैठक की। मीणा ने लोकसभा चुनाव में कुछ लोकसभा सीटों पर खराब प्रदर्शन के कारण कृषि एवं आपदा राहत मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया।

इस्तीफा देने के बाद से वह आधिकारिक बैठक में शामिल नहीं हुए और यहां तक कि विधानसभा सत्र में भी नहीं गए। लोकसभा चुनाव के बाद यह उनकी पहली आधिकारिक बैठक थी।

जयपुर मौसम केंद्र की ओर से भरतपुर, अजमेर, जयपुर और कोटा संभाग में मंगलवार और बुधवार को भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।

मौसम केंद्र के अनुसार करौली में सुबह 8.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक 34.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। इस दौरान भरतपुर और सीकर में भी 20.5 मिमी और 16 मिमी बारिश हुई। कई अन्य स्थानों पर 16 मिमी से कम बारिश दर्ज की गई।

प्रशासन ने उन जिलों के स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है, जहां भारी बारिश की चेतावनी दी गई थी।

मौसम केंद्र ने बताया कि सुबह 8:30 बजे समाप्त हुए 24 घंटों की अवधि में दौसा के महुआ में सबसे अधिक 163 मिमी बारिश दर्ज की गई। बूंदी के नैनवा में 161 मिमी, जयपुर में 152 मिमी और जयपुर के माधोराजपुरा में 136 मिमी बारिश दर्ज की गई।

पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण कई जिलों में जलभराव के बीच एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम ने प्रभावित क्षेत्रों से 100 से अधिक लोगों को बचाया है।

लगातार हो रही भारी बारिश के कारण करौली जिले और आसपास के इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं, जहां बांध और नदियां उफान पर हैं, जिससे दैनिक जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

राजस्थान में 11 अगस्त से अब तक बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम 22 लोगों की मौत हो चुकी है।

मुख्यमंत्री शर्मा ने सोमवार को जयपुर में भारी बारिश प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।

एक अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने मंगलवार को बारिश से प्रभावित दौसा, करौली और भरतपुर जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया। शर्मा 11 अगस्त को बारिश के पानी में डूबे सात युवकों के परिजनों से मिलने भरतपुर के श्रीनगर गांव पहुंचे और घटना पर दुख जताते हुए परिजनों को सांत्वना दी।

जयपुर में उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और आवश्यक निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जलभराव वाले क्षेत्रों में प्रभावित लोगों को पेयजल, खाद्य सामग्री, दूध, चिकित्सा सुविधाओं सहित आवश्यक वस्तुओं की कमी नहीं होनी चाहिए।

उन्होंने अब तक किए गए आपदा राहत और बचाव कार्यों की जानकारी लेते हुए अधिकारियों को करौली और हिंडौन शहर में जलभराव की समस्या का स्थायी समाधान निकालने के निर्देश भी दिए।

मुख्यमंत्री ने भारी बारिश से प्रभावित क्षेत्रों में क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत और बिजली आपूर्ति बहाल करने के भी निर्देश दिए। दौसा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक मीणा ने पूर्वी राजस्थान के कुछ इलाकों में बाढ़ जैसे हालात के बीच क्षेत्र का दौरा किया और तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा कीं।

मीणा ने कहा, ‘‘भारी बारिश के बाद मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए समीक्षा बैठक की तथा महवा पंचायत समिति सभागार में सभी उपखंड स्तरीय अधिकारियों के साथ चर्चा की तथा प्रभावित लोगों की मदद के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। प्रभावित लोगों को हरसंभव मदद मुहैया कराई जाएगी।’’

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