जरुरी जानकारी | चालू वित्त वर्ष में चमड़ा उत्पाद निर्यात छह अरब डॉलर पर पहुंचने की उम्मीद: परिषद

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नयी दिल्ली, दस अगस्त चमड़ा निर्यात परिषद (सीएलई) ने मंगलवार को कहा कि प्रमुख वैश्विक बाजारों में अच्छी मांग के चलते चालू वित्त वर्ष में देश से चमड़े और चप्पल, जूतों का निर्यात छह अरब डॉलर के करीब पहुंचने की उम्मीद है।

सीएलई ने सरकार से भी एमईआईएस (भारत से वस्तु निर्यात योजना) के तहत लंबित धन वापस जारी करने का आग्रह किया क्योंकि नकदी की अनुपलब्धता निर्यातकों के लिए एक प्रमुख चिंता का विषय है।

परिषद के चेयरमैन संजय लीखा ने कहा कि इस साल की सभी उद्योग दरों को तुरंत संशोधित किया जाना चाहिए। जिससे वेट ब्लू, क्रस्ट और तैयार चमड़े के साथ-साथ उत्पादन में उपयोग होने वाली वस्तुओं पर लगे कर की भरपाई की जा सके।

उन्होंने कहा, ‘‘वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने 5.88 अरब डॉलर का निर्यात लक्ष्य निर्धारित किया है। चमड़ा और जूता निर्यात क्षेत्र और सीएलई 2021- 22 की समाप्ति तक तय लक्ष्य को आराम से हासिल करने को लेकर आश्वस्त है।’’

उन्होंने बताया कि इस उद्योग से 45 लाख लोगों को रोजगार मिल रहा है। क्षेत्र का कुल कारोबार 17.09 अरब डॉलर का है, जिसमें 2019-20 के दौरान 5.09 अरब डॉलर का निर्यात और 12 अरब डॉलर का घरेलू उद्योग का कारोबार शामिल है।

उन्होंने कहा कि क्षेत्र में अगले पांच साल के दौरान 30 अरब डालर का कुल कारोबार करने की संभावना है। इसमें 20 अरब डालर का घरेलू कारोबार और 10 अरब डालर का निर्यात कारोबार शामिल है। इसके साथ ही यह उद्योग 15 लाख और लोगों के लिये रोजगार के अवसर भी पैदा कर सकता है।

जतिन

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