पटना, 19 फरवरी जदयू के असंतुष्ट नेता उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नियंत्रण वाली पार्टी के सामने आने वाली चुनौतियों पर चर्चा करने के लिए शनिवार को यहां एक मंथन सत्र आयोजित किया।
जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के असंतुष्ट विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) रामेश्वर महतो ने संवाददाताओं से कहा कि बैठक पार्टी के खिलाफ नहीं है बल्कि पार्टी को उन लोगों से बचाने के उद्देश्य से बुलाई गयी है जो कुशवाहा की बातों को मुख्यमंत्री तक पहुंचने नहीं दे रहे हैं।
कुशवाहा की पहल के बारे में पूछे जाने पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन ने कहा, ‘‘यह पार्टी की आधिकारिक बैठक नहीं है। केवल प्रदेश अध्यक्ष के पास ऐसी बैठक बुलाने की शक्ति है।’’
सिंह ने कहा, ‘‘कुशवाहा पार्टी को कमजोर होने के बारे में बात करते रहते हैं। उन्हें हमें बताना चाहिए कि पिछले साल जब पार्टी ने सदस्यता अभियान चलाया तो उनका क्या योगदान था। उन्होंने पूरा समय दिल्ली में बिताया। हमें आश्चर्य है कि क्या दिल्ली में उनकी गुपचुप बातचीत फलदायी रही है।’’
ललन ने इन आरोपों के परोक्ष संदर्भ में टिप्पणी की कि पूर्व केंद्रीय मंत्री भाजपा के साथ सांठगांठ में थे।
इस बीच, कुशवाहा ने दिन में कहा कि सोमवार दोपहर को सत्र समाप्त होने के बाद वह मीडिया को जानकारी देंगे।
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