देश की खबरें | केजरीवाल घबरा रहे, सहयोगियों के माध्यम से समर्थन करने का दबाव बना रहे: दिल्ली कांग्रेस प्रमुख
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. कांग्रेस की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने बृहस्पतिवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में आम आदमी पार्टी (आप) को ‘‘सत्ता विरोधी लहर’’ का सामना करना पड़ रहा है, जिससे अरविंद केजरीवाल ‘‘घबरा गए हैं’’ और अपने सहयोगियों के माध्यम से कांग्रेस पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन ‘‘हम उनकी पार्टी के साथ किसी भी तरह का गठबंधन नहीं करेंगे’’।
नयी दिल्ली, नौ जनवरी कांग्रेस की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने बृहस्पतिवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में आम आदमी पार्टी (आप) को ‘‘सत्ता विरोधी लहर’’ का सामना करना पड़ रहा है, जिससे अरविंद केजरीवाल ‘‘घबरा गए हैं’’ और अपने सहयोगियों के माध्यम से कांग्रेस पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन ‘‘हम उनकी पार्टी के साथ किसी भी तरह का गठबंधन नहीं करेंगे’’।
उन्होंने यह भी कहा कि आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में ‘आप’ को समर्थन देने के लिए विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के घटक दलों ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है और अगर गठबंधन का कोई नेता इस तरह का बयान दे रहा है तो वह अपनी व्यक्तिगत राय दे रहा है।
यादव ने ‘पीटीआई-वीडियो’ से कहा कि पिछले 11 वर्षों से मुख्यमंत्री के रूप में केजरीवाल दिल्ली की समस्याओं पर चर्चा करने के लिए तैयार नहीं हैं।
उन्होंने राजधानी के जाट समुदाय को आरक्षण देने का मुद्दा उठाने और उसे केंद्रीय ओबीसी सूची में शामिल करने की मांग को लेकर केजरीवाल पर कटाक्ष किया।
यादव ने कहा कि केजरीवाल को अपनी नयी दिल्ली विधानसभा सीट और सरकार हाथ से जाती दिख रही है, इसलिए वह नए एजेंडे ला रहे हैं।
इससे पहले दिन में ‘आप’ संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार राजधानी के जाट समुदाय को आरक्षण देने के अपने वादे से मुकर गई है।
केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर दिल्ली के जाट समुदाय को केंद्रीय ओबीसी सूची में शामिल करने की मांग की है।
यादव ने कहा, “जिस तरह से आज केजरीवाल ने दिल्ली में जाटों को ओबीसी में शामिल करने का मुद्दा उठाया है वह सिर्फ और सिर्फ राजनीति है, और कुछ नहीं।”
यादव ने कहा, “जहां तक ‘इंडिया’ गठबंधन के सभी दलों के समर्थन का सवाल है, दलों की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है कि कोई ‘आप’ का समर्थन कर रहा है। हम दिल्ली में स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि जो लोग ‘आप’ के समर्थन में बयान दे रहे हैं, वह उनकी व्यक्तिगत राय है।
यादव ने कहा कि कांग्रेस ‘आप’ सरकार में जो भी कमी पाएगी, उसे उजागर करती रहेगी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक घोषणापत्र लेकर आएगी, जो दिल्ली के लोगों की जरूरतों को दर्शाएगा।
कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने अपने अभियान को व्यवस्थित तरीके से आगे बढ़ाया है।
यादव ने कहा कि कांग्रेस ने केजरीवाल के खिलाफ एक मजबूत उम्मीदवार संदीप दीक्षित को मैदान में उतारा है, जिनकी मां शीला दीक्षित तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रही थीं और यही वजह है कि वह असहज महसूस कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, “हमारा अभियान जोर पकड़ रहा है और ‘आप’ को सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ रहा है। कहीं न कहीं केजरीवाल घबरा रहे हैं और इसीलिए वह हमारे गठबंधन सहयोगियों के जरिए दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं।”
यादव ने यह भी दावा किया कि दिल्ली की जनता भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को पसंद नहीं करती।
उन्होंने कहा, “हमारी पार्टी के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर थी, जिसके कारण ‘आप’ पहली बार सत्ता में आई। आज भी ऐसी ही स्थिति पैदा हो गई है और कांग्रेस से ‘आप’ को मिलने वाला मत प्रतिशत अब वापस कांग्रेस के पास जा रहा है।”
यादव ने कहा, “मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि कांग्रेस मजबूत सरकार बनाएगी। कोई गठबंधन नहीं होगा। दिल्ली कांग्रेस अपने रुख पर अड़ी हुई है कि हम ‘आप’ के साथ किसी भी तरह का गठबंधन नहीं करने जा रहे हैं।”
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)