हांगझोउ, तीन अक्टूबर ज्योति सुरेखा वेन्नम ने अपने सारे अनुभव का इस्तेमाल करके हमवतन अदिति स्वामी को हराकर एशियाई खेलों की तीरंदाजी स्पर्धा के महिला कंपाउंड व्यक्तिगत फाइनल में प्रवेश कर लिया ।
चार दौर के बाद एक अंक से आगे चल रही सीनियर विश्व चैम्पियन 17 वर्ष की अदिति की लय टूटी और ज्योति ने 149 . 146 से जीत दर्ज की ।
ज्योति को अपना आदर्श मानने वाली अदिति ने अगस्त में बर्लिन में सीनियर विश्व चैम्पियनशिप में उसे 149 . 145 से हराया था ।
पहले छह तीर पर दोनों ने 60 . 60 स्कोर किया लेकिन तीसरे दौर में ज्योति की लय टूटी । अदिति दस का सकोर बनाती रही लेकिन आखिरी दौर में चूकने का उसे खामियाजा भुगतना पड़ा ।
अब वह कांस्य पदक के लिये खेलेगी जबकि तीसरी बार एशियाई खेलों में उतरी ज्योति की नजरें पहले स्वर्ण पर लगी होंगी ।
ज्योति ने 2018 में रजत और 2014 में कांस्य पदक जीता था ।
पुरूषों के कंपाउंड व्यक्तिगत वर्ग में अभिषेक वर्मा और ओजस देवताले सेमीफाइनल में पहुंच गए । भारतीय तीरंदाज तीन व्यक्तिगत समेत नौ स्पर्धाओं में पदक के दावेदार हैं ।
2014 के रजत पदक विजेता वर्मा ने कजाखस्तान के आंद्रे टी को हराया । स्कोर 147 . 147 से बराबर रहने के बाद इनर 10 अधिक लगाने के कारण वर्मा को विजयी घोषित किया गया ।
वहीं मौजूदा विश्व चैम्पियन देवताले ने 150 में से 150 स्कोर करके कजाखस्तान के अकबरअली कारबायेव को हराया ।
वर्मा का सामना दक्षिण कोरिया के शीर्ष वरीयता प्राप्त जो जाएहुन से होगा जबकि देवताले की टक्कर दक्षिण कोरिया के ही सातवीं वरीयता प्राप्त यांग जाएवोन से होगी ।
इससे पहले चौथी वरीयता प्राप्त अदिति ने 15 तीरों में से सिर्फ एक अंक गंवाकर फिलीपींस की अमाया अम्पारो कोजुआंको को 149 . 146 से हराया ।
वहीं विश्व कप पदक विजेता ज्योति ने नौवीं वरीयता प्राप्त कजाखस्तान की एडेल जेशेन्बिनोवा को 147 . 144 से मात दी ।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)