जयशंकर ने अफगानिस्तान के लिये अमेरिका के विशेष दूत खलीलजाद से टेलीफोन पर चर्चा की
समझा जाता है कि जयशंकर और खलीलजाद ने युद्ध प्रभावित उस देश में स्थायी शांति स्थापित करने के लिये विचारों का आदान प्रदान किया ।
नयी दिल्ली, 17 अप्रैल विदेश मंत्री एस जयशंकर और अफगान शांति प्रक्रिया के लिये अमेरिकी दूत जल्मे खलीलजाद ने शुक्रवार को टेलीफोन पर बातचीत की जिसमें फरवरी में तालिबान के साथ ट्रंप प्रशासन के समझौते के बाद अफगानिस्तान की उभरती स्थिति पर चर्चा की गयी ।
समझा जाता है कि जयशंकर और खलीलजाद ने युद्ध प्रभावित उस देश में स्थायी शांति स्थापित करने के लिये विचारों का आदान प्रदान किया ।
जयशंकर ने अपने ट्वीट में कहा कि उन्होंने अमेरिकी अफगान शांति से जुड़े ताजा घटनाक्रमों पर चर्चा की और भारत के परिपेक्ष्य को रखा ।
विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘ इस करीबी पड़ोसी के साथ ऐतिहासिक मित्रता हमारी अफगान नीति का हमेशा मार्गदर्शन करेगी । ’’
गौरतलब है कि अमेरिका और तालिबान ने 29 फरवरी को समझौता किया था जिसमें अफगानिस्तान से अमेरिकी बलों की वापसी का रास्ता तैयार करने की बात कही गई है ।
अफगानिस्तान में 2001 के बाद से अमेरिका ने 2400 से अधिक सैनिक गंवाये हैं ।
भारत, अफगानिस्तान में शांति एवं मेलमिलाप प्रक्रिया में महत्वपूर्ण पक्षकार है । भारत हमेशा से अफगानिस्तान नीत और अफगानिस्तान नियंत्रित राष्ट्रीय शांति एवं मेल मिलाप प्रक्रिया का समर्थक रहा है । उसका मानना है कि ऐसी प्रक्रिया में ऐसा कोई भी स्थान नहीं बन पाए जहां आतंकी और उससे जुड़े छद्म लोगों को जगह मिल जाए ।
इस महीने के प्रारंभ में भारत ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी द्वारा अंतर अफगान वार्ता दल के गठन का स्वागत किया था ।
पाकिस्तान द्वारा तालिबान और अफगानिस्तान में परिचालित आतंकी संगठनों को समर्थन दिये जाने को लेकर दुनिया भर में चिंता व्यक्त की जाती रही है ।
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