विदेश की खबरें | इजराइली बलों ने उत्तरी गाजा में फलस्तीनी पुरुषों को हिरासत में लिया

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on world at LatestLY हिन्दी. संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि आम नागरिकों को राहत सामग्री की आपूर्ति करने का उसका अभियान बुरी तरह बाधित हो गया है।

श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि आम नागरिकों को राहत सामग्री की आपूर्ति करने का उसका अभियान बुरी तरह बाधित हो गया है।

हमास और इजराइल में युद्ध दो महीने से जारी है। फलस्तीनी लोगों को हिरासत में लिया जाना उत्तरी गाजा में इजराइली सेना का नियंत्रण स्थापित करने की कोशिश को दर्शाता है। हमास के भारी प्रतिरोध के बीच उत्तरी गाजा के शहरी इलाकों में भीषण संघर्ष जारी है। सैन्य बलों और टैंकों के आने के छह सप्ताह बाद भी इलाके में हजारों लोग रह रहे हैं।

बेइत लहिया शहर में लोगों को सामूहिक रूप से हिरासत में लिए जाने की पहली तस्वीरें बृहस्पतिवार को सामने आईं जिनमें दर्जनों पुरुष अर्द्धनग्न अवस्था में सड़कों पर घुटनों के बल बैठे दिख रहे हैं और उनके हाथ पीछे की ओर बंधे हैं। कुछ पुरुषों का सिर झुका हुआ है।

संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि इजराइली बलों ने आश्रय गृह के रूप में इस्तेमाल किए जा रहे स्कूल में 15 साल से अधिक आयु के लड़कों एवं पुरुषों को कथित रूप से हिरासत में रखा है।

अमेरिका ने गाजा में तत्काल मानवीय संघर्ष विराम की मांग कर रहे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के लगभग सभी सदस्यों और कई अन्य देशों द्वारा समर्थित एक प्रस्ताव के खिलाफ विश्व निकाय में शुक्रवार को वीटो का इस्तेमाल किया।

प्रस्ताव के समर्थकों ने तीसरे महीने भी युद्ध जारी रहने पर और लोगों की मौत तथा तबाही को लेकर आगाह किया और इसे दुखद दिन बताया।

संयुक्त राष्ट्र की 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद में प्रस्ताव के पक्ष में एक के मुकाबले 13 वोट पड़े। ब्रिटेन मतदान से दूर रहा।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने परिषद में कहा कि गाजा में ‘‘मानवीय सहायता प्रणाली पूरी तरह ढहने का अत्यधिक जोखिम’’ है।

हमास ने सात अक्टूबर को इजराइल पर अप्रत्याशित हमला कर दिया था जिसके बाद इजराइल ने भी जवाबी कार्रवाई की और आतंकवादी संगठन को कुचलने का संकल्प लिया।

इजराइल ने शुरुआत में गाजा के उत्तरी हिस्से में हवाई और जमीनी हमले किए जिसके कारण हजारों निवासियों को दक्षिण की ओर से जाना था। इजराइल ने एक सप्ताह पहले अपने जमीनी हमलों का विस्तार कर मध्य एवं दक्षिणी गाजा को भी निशाना बनाया। फलस्तीन की कुल जनसंख्या लगभग 23 लाख है और उत्तरी गाजा में हमलों के कारण लगभग पूरी आबादी दक्षिणी गाजा में स्थानांतरित हो गई है। इनमें से कई लोगों तक मानवीय सहायता पहुंच नहीं पा रही।

मध्य गाजा में इजराइली विमानों ने शुक्रवार को नुसीरात और मघाजी के शरणार्थी शिविरों पर हमास के अधिकारियों के लिए एक संदेश के साथ पर्चे गिराए जिनमें लिखा था, ‘‘हमास नेताओं के लिए: जीवन के बदले जीवन, आंख के बदले आंख और जिसने भी इसकी शुरुआत की, दोषी वही है। यदि हम सजा देते हैं, तो उसी तरह की सजा देंगे, जो हमने भुगती है।’’

इसके कुछ घंटों बाद नुसीरात में एक आवासीय इमारत में हमला हुआ। एक निकटवर्ती अस्पताल ने बताया कि हमले में कम से कम 21 लोगों की मौत हो गई।

इजराइली सरकार के प्रवक्ता इलिओन लेवी ने शुक्रवार को कहा कि उत्तरी गाजा में उन असैन्य क्षेत्रों से पुरुषों को हिरासत में लिया गया है जिन्हें कई सप्ताह पहले ही खाली कर दिए जाने की अपेक्षा की गई थी।

सेना के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने कहा कि पिछले 48 घंटों में करीब 200 लोगों को हिरासत में लिया गया है। उन्होंने बताया कि हमास के कमांडर समेत कई लोगों को पूछताछ के लिए इजराइल ले जाया गया है।

इजराइल का कहना है कि हमास ने सात अक्टूबर को जिन करीब 240 लोगों को बंधक बनाया था, उनमें से 137 अब भी उसकी कैद में है। इजराइली बलों ने शुक्रवार को गाजा में एक स्थल से इजलाइली बंधकों को रिहा कराने की असफल कोशिश की।

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