ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी इरना ने यह जानकारी दी।
सालेही ने यह बात तब कही जब अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के प्रमुख राफेल ग्रोसी ईरान के दौरे पर हैं।
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ग्रोसी उन स्थलों का दौरा करने देने के लिए दबाव बनाने के वास्ते सोमवार को ईरान पहुंचे जिनके बारे में कहा जा रहा है कि वहां ईरानी अधिकारियों ने संग्रहित या इस्तेमाल की गई अघोषित परमाणु सामग्री रखी है।
उनका तेहरान दौरा ऐसे समय हुआ है जब अमेरिका कह रहा है कि ईरान विश्व शक्तियों साथ किए गए परमाणु समझौते का उल्लंघन कर रहा है और संयुक्त राष्ट्र को उसपर प्रतिबंध लगाने चाहिए। ट्रंप प्रशासन दो साल पहले एकतरफा ढंग से इस समझौते से अलग हो गया था।
इरना के अनुसार अली अकबर सालेही ने तेहरान में ग्रोसी के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन किया।
एजेंसी के अनुसार सालेही ने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर ईरान अपनी परमाणु प्रतिबद्धताओं से परे किसी मांग को स्वीकार नहीं करेगा। हम अपने राष्ट्रीय हितों के आधार पर काम करते हैं।’’
ग्रोसी ने एक ट्वीट में माना कि मंगलवार को उनकी सालेही से मुलाकात हुई।
उन्होंने कहा, ‘‘हम ईरान में आईएईए के प्रमाणन गतिविधि मानकों पर समझौते के लिए काम कर रहे हैं।’’
वहीं, सालेही ने कहा कि ईरान और आईएईए के बीच एक ‘‘नए अध्याय’’ की शुरुआत हुई है और ग्रोसी से उनकी ‘‘रचनात्मक’’ बात हुई है।
उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष आगे के सहयोग को लेकर एक संयुक्त बयान पर काम कर रहे हैं।
एपी
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