लखनऊ, 3 जनवरी : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि राज्य में होने वाले जी-20 सम्मेलनों में अधिक से अधिक जन भागीदारी सुनिश्चित करें और छात्रों को वैश्विक स्तर पर भारत के बढ़ते प्रभाव से अवगत कराएं. उन्होंने कहा कि सभी आयोजनों में आम जनमानस खासकर बच्चों और युवाओं की भागीदारी ज्यादा से ज्यादा सुनिश्चित की जाए. मंगलवार को जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष भारत में आयोजित हो रहे दुनिया के 20 प्रमुख देशों के समूह (जी-20) के कई महत्वपूर्ण सम्मेलन देश के अलग-अलग शहरों में आयोजित हो रहे हैं. इनमें उत्तर प्रदेश में तकरीबन 12 कार्यक्रमों का आयोजन होना है.
‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के ध्येय वाक्य के साथ आयोजित हो रहे जी-20 सम्मेलन में प्रदेश के बच्चों और युवाओं को खासतौर पर शामिल किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने जी-20 सम्मेलन में जन भागीदारी बढ़ाने के लिए अधिकारियों को 13 बिंदुओं पर विशेष तौर पर कार्य करने के निर्देश दिये हैं. उन्होंने यह भी कहा है कि स्कूलों-कॉलेजों में छात्रों को जी-20 सम्मेलन के बारे में विस्तार से बताया जाए और वैश्विक स्तर पर भारत के बढ़ते प्रभाव और जी-20 के उद्देश्यों से उनको परिचित कराया जाए. यह भी पढ़ें : Bharat Jodo Yatra: दिल्ली के यमुना बाजार से पुन: शुरू हुई राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा
बयान के अनुसार, योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जी-20 सम्मेलन को लेकर शहरों को विशेष तौर पर सजाया-संवारा जाए. खासकर उन शहरों पर विशेष ध्यान दिया जाए, जहां अलग-अलग दिन जी-20 सम्मेलन से जुड़े आयोजन होने हैं. इनमें लखनऊ, आगरा, वाराणसी और ग्रेटर नोएडा में सौंदर्यीकरण और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘सभी चार शहरों में होने वाले आयोजन में स्थानीय संस्कृति को थीम बनाया जाए. जैसे राजधानी लखनऊ में अवध संस्कृति, आगरा में ब्रज संस्कृति, रंगोत्सव, वाराणसी में गंगा संस्कृति को थीम बनाकर कार्यक्रम आयोजित किए जाएं. स्थानीय सांस्कृतिक समूहों, स्वयंसेवी संस्थाओं का सहयोग लें.’’