विदेश की खबरें | भारत ने अपने पड़ोस में रचनात्मक संवाद के किसी भी प्रयास पर पानी फेरा: पाकिस्तान

इस्लामाबाद, तीन अगस्त पाकिस्तान ने मंगलवार को भारत पर उसके पड़ोस में रचनात्मक व सार्थक संवाद के किसी भी प्रयास पर निरंतर पानी फेरने का आरोप लगाया।

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता के दौरान भारत की प्राथमिकताओं के संबंध में एक ट्वीट किया था, जिसके बारे में पूछे जाने पर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जाहिद हफीज चौधरी ने यह बात कही।

जयशंकर ने सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता के दौरान भारत की तीन प्राथमिकताएं गिनाईं, जिनमें संयम की आवाज, संवाद की वकालत और अंतरराष्ट्रीय कानून का समर्थन शामिल है।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अगस्त महीने की अध्यक्षता भारत के पास है। जयशंकर ने रविवार को ट्वीट किया था, ‘‘अगस्त के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता संभालने के साथ हम अन्य सदस्यों के साथ सार्थक रूप से काम करने के लिए उत्सुक हैं। भारत हमेशा संयम की आवाज, संवाद का हिमायती और अंतरराष्ट्रीय कानून का समर्थक रहेगा।’’

जयशंकर के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता चौधरी ने कहा, ''दुनिया को संयम का प्रवचन देने से पहले भारत अपने आंतरिक हालात को दुरुस्त करे।''

उन्होंने दावा किया कि भारत ने अपने पड़ोस में रचनात्मक व सार्थक संवाद के किसी भी प्रयास पर निरंतर पानी फेरा है।

चौधरी ने कहा कि 5 अगस्त, 2019 के बाद से भारत की कार्रवाई ''संयुक्त राष्ट्र चार्टर, यूएनएससी प्रस्तावों और चौथे जिनेवा कन्वेंशन सहित अंतरराष्ट्रीय कानून का घोर उल्लंघन'' है।

गौरतलब है कि भारत ने पांच अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को निरस्त कर जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा वापस ले लिया था और उसे दो केन्द्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था।

भारत का कहना है कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 से संबंधित मुद्दा पूरी तरह उसका आंतरिक मामला है।

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि और अगस्त माह के लिए सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष टी एस तिरुमूर्ति ने सोमवार को कहा था कि भारत पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी संबंध चाहता है लेकिन इसके लिए अनुकूल माहौल बनाना इस्लामाबाद की जिम्मेदारी है।

उन्होंने कहा था, ‘‘ इसका समाधान एक ऐसे माहौल में किया जाना चाहिए जो आतंक, शत्रुता एवं हिंसा से मुक्त हो। इसलिए फिलहाल ऐसा माहौल बनाने की जिम्मेदारी पाकिस्तान की है, जिसमें अपने नियंत्रण वाली जमीन को भारत के विरुद्ध सीमा पार आतंकवाद के लिए इस्तेमाल नहीं होने देने के लिए भरोसेमंद कदम शामिल हैं। पाकिस्तान को अपनी कथनी एवं करनी एक रखनी चाहिए और इसे साबित करना चाहिए। यही हमारा रुख है।’’

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के रूप में भारत का दो साल का कार्यकाल एक जनवरी को शुरु हुआ था।

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