देश की खबरें | बांग्लादेश में मानवाधिकारों का उल्लंघन हुआ, हिंदू संत के वकीलों को पीटा गया: शुभेंदु अधिकारी
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक शुभेंदु अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि बांग्लादेश में मानवाधिकारों का उल्लंघन हुआ है, क्योंकि गिरफ्तार हिंदू संत चिन्मय कृष्ण दास के वकील कट्टरपंथियों द्वारा पिटाई किये जाने की वजह से पड़ोसी देश की अदालत में पेश नहीं हो सके।
कोलकाता, तीन दिसंबर पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक शुभेंदु अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि बांग्लादेश में मानवाधिकारों का उल्लंघन हुआ है, क्योंकि गिरफ्तार हिंदू संत चिन्मय कृष्ण दास के वकील कट्टरपंथियों द्वारा पिटाई किये जाने की वजह से पड़ोसी देश की अदालत में पेश नहीं हो सके।
अधिकारी ने पड़ोसी देश में अल्पसंख्यक समुदायों के लोगों पर कथित अत्याचारों को रोकने के लिए दुनिया भर के मानवाधिकार संगठनों से तत्काल हस्तक्षेप की भी मांग की।
उन्होंने कहा, ‘‘कम से कम 70 वकीलों को झूठे मामलों में फंसाया गया है। मुझे खबर मिली है कि उन्हें गिरफ्तार किया गया है। यह तस्वीर देखिए... गिरफ्तार हिंदू संत चिन्मय कृष्ण दास के मुख्य वकील रमन रॉय को जमात के कट्टरपंथियों ने बुरी तरह पीटा। उनकी ओर से पेश होने वाले व्यक्ति रेगन आचार्य की भी बुरी तरह से पिटाई की गई।’’
पश्चिम बंगाल विधानसभा के बाहर अधिकारी ने संवाददाताओं से कहा,‘‘दोनों वकीलों को गिरफ्तार हिंदू संत की ओर से अदालत में पेश होना था,लेकिन अब वे अपनी जान के लिए संघर्ष कर रहे हैं। यह मानवाधिकारों का पूर्ण उल्लंघन है और मेरा मानना है कि अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए।’’
वह इस खबर पर प्रतिक्रिया दे रहे थे कि बांग्लादेश में गिरफ्तार हिंदू संत के लिए कोई वकील पेश नहीं हुआ जिसकी वजह से उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई अगले महीने तक के लिए स्थगित कर दी गई।
बांग्लादेश की एक अदालत ने मंगलवार को सरकार की याचिका पर दास की जमानत याचिका पर सुनवाई अगले साल दो जनवरी तक के लिए टाल दी क्योंकि उनकी ओर से कोई वकील पेश नहीं हुआ।
बांग्लादेश सम्मिलित सनातनी जागरण जोत के प्रवक्ता दास को 25 नवंबर को ढाका के हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। चटगांव की एक अदालत ने 26 नवंबर को उन्हें जमानत देने से इनकार करते हुए जेल भेज दिया था जिसके बाद उनके समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया था।
अधिकारी ने बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर कथित अत्याचार का उल्लेख करते हुए हिंदुओं से एकजुट रहने और अत्याचारों के खिलाफ खड़े होने की अपील की।
अधिकारी ने दावा किया, ‘‘इस्कॉन की उपस्थिति पूरी दुनिया में है और उसे इस पर सख्ती से प्रतिक्रिया देनी चाहिए। बांग्लादेश में एक आतंकवादी समूह काम कर रहा है, जो हमास, आईएसआईएस और तालिबान से भी बदतर है। हिंदुओं के लिए अपनी आवाज उठाने का यह सही समय है।’’
उन्होंने कहा कि भाजपा बांग्लादेश की स्थिति के खिलाफ अपना प्रदर्शन तेज करेगी।
अधिकारी ने कहा, ‘‘ हम अपना विरोध प्रदर्शन तेज करेंगे।दुनिया भर के हिंदुओं को एकजुट होना होगा।’’
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