नयी दिल्ली, 29 जुलाई भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सरकार पर अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी)की उपेक्षा करने का आरोप लगाने के लिए सोमवार को नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस का इतिहास इन समुदायों के लिए आरक्षण में बाधा डालने के उदाहरणों से भरा पड़ा है।
सत्तारूढ़ भाजपा ने कांग्रेस को "हिंदू विरोधी" भी बताया।
लोकसभा में केंद्रीय बजट पर चर्चा के दौरान गांधी ने दावा किया कि बजट का एकमात्र उद्देश्य लोकतांत्रिक ढांचे को नष्ट करने के लिए बड़े उद्योगों और राजनीतिक एकाधिकार के तंत्र को मजबूत बनाना है।
गांधी ने बजट प्रकाशित होने से पहले होने वाले हलवा समारोह की एक तस्वीर भी दिखाते हुए कहा कि तस्वीर में कोई दलित, आदिवासी या पिछड़े वर्ग का व्यक्ति नहीं है।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बी. एल. संतोष ने राहुल पर पलटवार करते हुए राजीव गांधी फाउंडेशन के बोर्ड सदस्यों की ‘एक्स’ पर तस्वीरें पोस्ट कीं, जिनमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाद्रा, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पी. चिदंबरम शामिल हैं। संतोष ने पूछा कि इनमें से कौन ओबीसी, एससी और एसटी वर्ग से हैं।
उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, "राजीव गांधी फाउंडेशन बोर्ड आपके अवलोकनार्थ है। कांग्रेस और उसकी ट्रोल सेना के उपयोग के लिए ओबीसी, एससी और एसटी की पहचान करें।”
संतोष ने साथ ही फाउंडेशन की वेबसाइट की एक तस्वीर भी पोस्ट की, जिसमें बोर्ड के सदस्यों की जानकारी दी गई है।
भाजपा के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने आरोप लगाया कि कांग्रेस आजादी के बाद से ही "एससी/एसटी और ओबीसी विरोधी" रही है।
उन्होंने कहा, "इसलिए बालक बुद्धि राहुल गांधी को पता होना चाहिए कि कांग्रेस का इतिहास एससी/एसटी और ओबीसी के लिए आरक्षण में बाधा डालने के उदाहरणों से भरा पड़ा है।"
उन्होंने कहा, "यह (कांग्रेस) एक हिंदू विरोधी पार्टी है।"
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