Himachal Pradesh: मूसलाधार बारिश के बाद आई बाढ़ में 14 लोगों की मौत, IMD ने अगले 48 घंटों के लिए जारी किया अलर्ट
हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव अनिल खाची (Photo Credits: ANI)

शिमला: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में मूसलाधार बारिश (Heavy Rain) के कारण अचानक आई बाढ़ (Flood) में कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई. एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी. राज्य आपदा प्रबंधन निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता ने बताया कि लाहौल-स्पीति में उदयपुर में तोजिंग नाले पर बादल फटने से आई बाढ़ में सात लोगों की मौत हो गई. उन्होंने बताया कि चम्बा जिले में दो लोगों की मौत हुई है.

हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव अनिल खाची ने कहा कि कल शाम तक अधिकतम ट्रांसफॉर्मर्स को ठीक कर लिया जाएगा. जिलाधिकारियों को सतर्कता बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं. आईएमडी ने एडवाइजरी जारी की है कि प्रदेश में अगले 48 घंटे तक मौसम खराब रहेगा. सभी जिलों में पिछले 48 घंटे में काफी बारिश हुई है. सड़कें अवरुद्ध हुई हैं और करीब 14 लोगों की मौत हुई है. प्रशासन सतर्क है. अगर बारिश नहीं होती है तो कल शाम तक 90 फीसदी सड़के खुल जानी चाहिए.

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कुल्लू जिले में पनबिजली परियोजना के एक अधिकारी और दिल्ली के एक पर्यटक समेत चार लोग लापता हैं और उनके मारे जाने की आशंका है. मोख्ता ने कहा कि लाहौल-स्पीति के उदयपुर में मंगलवार की रात लगभग आठ बजे अचानक आई बाढ़ में 12 मजदूर बह गए. सात शव बरामद किए गए, दो को बचा लिया गया जबकि तीन अभी भी लापता हैं. मरने वालों में चार हिमाचल प्रदेश के मंडी के हैं जबकि एक जम्मू-कश्मीर के रियासी का है. दो शवों की अभी शिनाख्त नहीं हो पाई है. यह भी पढ़ें: Kinnaur Landslide: हादसे में बाल-बाल बचे शख्स ने हिमाचल प्रदेश के सांगला भूस्खलन का शेयर किया वीडियो

मृतकों की पहचान मंडी के रहने वाले शेर सिंह (62), मेहर चंद (50), नीरथ राम (42) और रूम सिंह (41) के रूप में हुई है, जबकि एक अन्य की पहचान जम्मू-कश्मीर के रियासी के रहने वाले मोहम्मद स्लेम के तौर पर हुई है. लाहौल-स्पीति के उपायुक्त नीरज कुमार ने ‘पीटीआई-’ को बताया कि भूस्खलनों के मलबे में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) का एक दल बुलाया गया है. उन्होंने कहा, ‘‘एनडीआरएफ का दल रास्ते में है और उसके दोपहर तक घटनास्थल पर पहुंचने की संभावना है.’’