देश की खबरें | गुजरात: सोमवार रात तक पहुंचेगा ताउते, 1.5 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. चक्रवाती तूफान ‘ताउते’ के ‘‘अत्यंत तीव्र चक्रवाती तूफान’’ के रूप में सोमवार रात तक गुजरात में दस्तक देने की आशंका है। इसके मद्देनजर राज्य सरकार ने 1.5 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है और आपदा प्रतिक्रिया टीमों को तैनात किया है।

अहमदाबाद, 17 मई चक्रवाती तूफान ‘ताउते’ के ‘‘अत्यंत तीव्र चक्रवाती तूफान’’ के रूप में सोमवार रात तक गुजरात में दस्तक देने की आशंका है। इसके मद्देनजर राज्य सरकार ने 1.5 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है और आपदा प्रतिक्रिया टीमों को तैनात किया है।

राज्य सरकार ने कहा कि केंद्र ने चक्रवात से निपटने के लिए गुजरात को सभी तरह की मदद देने की पेशकश की है तथा सेना, नौसेना और वायुसेना को तैयार रहने को कहा है ताकि प्रशासन द्वारा जरूरत पड़ने पर सहायता की जा सके।

गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने तटीय जिलों के कलेक्टरों के साथ बैठक करने के बाद कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह राज्य सरकार के संपर्क में हैं और उन्होंने हरसंभव मदद की पेशकश की है।

मुख्यमंत्री कार्यालय ने यहां बताया कि प्रधानमंत्री ने रूपाणी को फोन किया और चक्रवात से निपटने के लिए राज्य सरकार की तैयारियों के बारे में जानकारी ली।

मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि मोदी ने टेलीफोन वार्ता के दौरान राज्य सरकार को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।

मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार शाम को मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को फोन किया और चक्रवात ताउते से निपटने के लिए राज्य सरकार की तैयारियों का ब्योरा लिया।’’

इसने कहा कि मुख्यमंत्री ने मोदी को गुजरात सरकार द्वारा उठाये गए एहतियाती कदमों के बारे में जानकारी दी।

भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के पूर्वानुमान के अनुसार ताउते अब ‘‘अत्यंत तीव्र चक्रवाती तूफान’’ में तब्दील हो गया है और इसके सोमवार को रात 8 बजे से 11 बजे के बीच केंद्र शासित प्रदेश दीव से लगभग 20 किमी पूर्व में पोरबंदर और महुवा (भावनगर जिला) के बीच गुजरात तट को पार करने की संभावना है तथा इस दौरान हवा की अधिकतम गति 155-165 किमी प्रति घंटे रह सकती है।

रूपाणी ने कहा, ‘‘हमने अब तक समुद्र तट के पास रहने वाले 1.5 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। हमारी सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।’’

रूपाणी ने कहा, ‘‘सड़कों को साफ करने और बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए सड़क और भवन, बिजली और वन विभागों के अधिकारियों की विभिन्न टीमों को भी तैनात किया गया है।’’

उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के जवानों को तैनात किया गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र हमारी हरसंभव मदद कर रहा है। इसीलिए गुजरात को एनडीआरएफ की 44 टीमें आवंटित की गई हैं। केंद्र ने सेना, नौसेना और वायु सेना को भी जरूरत पड़ने पर हमारी मदद करने के लिए तैयार रहने को कहा है।’’

आईएमडी ने कहा कि चक्रवात की वजह से राज्य में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, सोमवार और मंगलवार को सौराष्ट्र, दीव और गुजरात क्षेत्र के दक्षिणी जिलों में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश और कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश का अनुमान है।

उसने कहा कि मंगलवार तक समुद्र की स्थिति ‘‘असाधारण’’ (बहुत ऊंची लहरें उठेंगी) रहेगी और इसके बाद इसमें सुधार आएगा।

सहायक निदेशक, मौसम केंद्र मनोरमा मोहंती ने कहा कि चक्रवात के संभावित मार्ग के करीब स्थित चार बंदरगाहों के लिए आईएमडी ने अधिकारियों को "ग्रेट डेंजर" संकेत नंबर 8, 9 और 10 (अधिक तीव्रता वाले तूफान से खराब मौसम का संकेत) फहराने के निर्देश जारी किए हैं ।

मोहंती ने कहा, ‘‘हम जूनागढ़, अमरेली, गिर-सोमनाथ और नवसारी जैसे तटीय जिलों में प्रतिकूल मौसम की स्थिति की उम्मीद कर रहे हैं। कुछ स्थानों पर चक्रवात के कारण अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है।’’

आईएमडी के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार चक्रवात वर्तमान में दीव से लगभग 162 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में अरब सागर में केंद्रित है।

राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र के अनुसार, सोमवार को सुबह 6 बजे समाप्त 24 घंटे की अवधि में गुजरात के 21 जिलों के 84 तालुकों में हल्की बारिश हुई जो मुख्य रूप से चक्रवाती विक्षोभ के कारण हो सकती है। छह तालुकों में एक इंच से अधिक बारिश हुई।

एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि चक्रवात के कारण बिजली गुल होने की स्थिति में कोविड​​​​-19 रोगियों का इलाज करने वाले अस्पतालों में बिजली बैकअप सुनिश्चित करने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।

इसमें कहा गया है कि आपात स्थिति में मरीजों को स्थानांतरित करने के लिए 161 आईसीयू एम्बुलेंस और '108' सेवा की 576 एम्बुलेंस की भी व्यवस्था की गई है।

राज्य सरकार ने पूरे गुजरात में मरीजों के लिए मेडिकल ऑक्सीजन के सुचारू परिवहन के लिए 35 ग्रीन कॉरिडोर बनाए हैं।

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