Gujarat Elections 2022: चुनाव मैदान में क्रिकेटर रविंद्र जडेजा, उनकी बहन अलग-अलग पार्टी का कर रहे प्रचार

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक ‘रोड शो’ के लिए शहर के बाजार से एक खुली एसयूवी (स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल) में क्रिकेटर रविंद्र जडेजा के गुजरने के कुछ ही घंटे पहले उनकी बहन नयनाबा जडेजा ने महंगाई और रोजगार की समस्या को लेकर गुजरात में सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस के लिए वोट मांगे.

रवींद्र जडेजा (Photo Credits Instagram)

जामनगर (गुजरात), 27 नवंबर : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक ‘रोड शो’ के लिए शहर के बाजार से एक खुली एसयूवी (स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल) में क्रिकेटर रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) के गुजरने के कुछ ही घंटे पहले उनकी बहन नयनाबा जडेजा ने महंगाई और रोजगार की समस्या को लेकर गुजरात में सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस के लिए वोट मांगे. मशहूर क्रिकेटर ने अपनी पत्नी रीवाबा जडेजा के लिए प्रचार किया, जबकि उनकी (जडेजा की) बड़ी बहन ने बिपेंद्रसिंह जडेजा के लिए प्रचार करते हुए सहोदर भाई-बहन के बीच चुनावी प्रतिद्वंद्विता को प्रदर्शित किया, जिसने जामनगर उत्तर सीट पर चुनाव को और दिलचस्प बना दिया है. उल्लेखनीय है कि भाजपा ने अपने मौजूदा विधायक धर्मेंद्रसिंह जडेजा को टिकट नहीं दिया है. उन्हें स्थानीय स्तर पर हकुभा के नाम से जाना जाता है.

भाजपा द्वारा रविंद्र जडेजा की पत्नी को अपना उम्मीदवार बनाए जाने के बाद, जामनगर उत्तर सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहीं नयनाबा अपनी पार्टी के लिए एक मुख्य प्रचारक के रूप में उभरी हैं. नयनाबा ने कहा, ‘‘मेरी अपनी विचारधारा है और उस पार्टी के साथ हूं जिसकी मैं सराहना करती हूं.’’ उन्होंने महंगाई के मुद्दे पर भाजपा की आलोचना की और दावा किया कि यह लोगों से सिर्फ वादे करती है, लेकिन कभी उन्हें पूरा नहीं करती, चाहे वह रोजगार हो या शिक्षा हो. ज्यादातर शहरी आबादी वाली इस सीट को कांग्रेस की तुलना में भाजपा के लिए अधिक अनुकूल माना जा रहा है, जबकि विपक्षी पार्टी के समर्थकों का मानना है कि उनकी पार्टी आश्चर्यजनक परिणाम दे सकती है. यह भी पढ़ें : Narendra Modi Stadium को मिला गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड, T20 के फाइनल मुकाबले में एक लाख से ज्यादा दर्शकों ने देखा था मैच

नयनाबा ने कहा कि चूंकि परिसीमन के बाद नवगठित विधानसभा क्षेत्र में पहली बार 2012 में मतदान हुआ था, ऐसे में यह अनिवार्य रूप से कांग्रेस की सीट है, जिसने पहली बार इस पर जीत दर्ज की थी, जबकि भाजपा ने मौजूदा विधायक के अपने पाले में आने के बाद 2017 में इस सीट पर कब्जा किया था. उन्होंने दावा किया कि यहां तक कि जीतने वाले भाजपा उम्मीदवार एक कांग्रेसी थे, जिन्होंने अपनी अपील पर जीत दर्ज की थी, लेकिन हमारी पार्टी इस बार जीत हासिल करेगी. कांग्रेस नेताओं को भी यह उम्मीद है कि मौजूदा विधायक को टिकट नहीं दिये जाने के कारण भाजपा में स्थानीय स्तर पर पैदा हुए असंतोष का लाभ उसे (कांग्रेस को) मिलेगा. आम आदमी पार्टी (आप) ने कर्षण करमुर को उम्मीदवार बनाया है, जो भाजपा छोड़कर अरविंद केजरीवाल नीत पार्टी (आप) में शामिल हुए हैं.

राज्य में दो चरणों में विधानसभा चुनाव होने जा रहा है. पहले चरण का मतदान एक दिसंबर को और दूसरे चरण का पांच दिसंबर को होगा, जबकि मतगणना आठ दिसंबर को होगी. भाजपा, कांग्रेस और ‘आप’ के चुनाव मैदान में उतरने से यह मुकाबला तिकोना नजर आ रहा है. हकुभा एक प्रभावशाली व्यक्ति हैं. उन्हें रीवाबा जडेजा की खातिर टिकट नहीं दिया गया है लेकिन भाजपा ने उन्हें जामनगर उत्तर सहित तीन विधानसभा क्षेत्रों का पार्टी प्रभारी बनाकर सांत्वना देने की कोशिश की है. दोनों मुख्य उम्मीदवार राजपूत समुदाय से आते हैं. इलाके में राजपूत और मुस्लिम समुदाय के मतदाताओं की अच्छी खासी संख्या है.

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