देश की खबरें | पंजाब में सरकार को ‘तमाशा’ बना दिया गया है, दागी मंत्रियों को हटाया जाये: केजरीवाल
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चंडीगढ़, 29 सितंबर आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि पंजाब सरकार को ‘तमाशा’ बना दिया गया है और उन्होंने नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से अपने मंत्रिमंडल से ‘दागी’ मंत्रियों को तुरंत हटाने का आग्रह किया।
नवजोत सिंह सिद्धू के कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफे के एक दिन बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर यह बात कही।
सिद्धू ने बुधवार को एक वीडियो संदेश में ‘‘दागी’’ अधिकारियों और मंत्रियों की नियुक्ति के मुद्दे को उठाया था।
केजरीवाल ने पंजाब के मुख्यमंत्री से बरगाड़ी के बेअदबी मामले में कार्रवाई सहित उनके पूर्ववर्ती द्वारा किए गए वादों पर कदम उठाने को कहा।
राज्य में शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पिछली सरकार के दौरान फरीदकोट के बरगाड़ी में एक धार्मिंक ग्रंथ के पृष्ठ फटे हुए मिले थे। बाद में पुलिस गोलीबारी की घटनाओं में बहबल कलां में दो लोगों की मौत हो गई थी और कोटकपुरा में कई लोग घायल हो गए थे।
पंजाब के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे केजरीवाल ने कहा, ‘‘हम देख रहे हैं कि राज्य में किस तरह का राजनीतिक माहौल है। राजनीतिक अस्थिरता है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सत्ता के लिए गंदी लड़ाई चल रही है। लोग यह नहीं समझ पा रहे हैं कि वे अपनी समस्याओं के लिए किससे संपर्क करें।’’
केजरीवाल ने आरोप लगाया, ‘‘उन्होंने सरकार को ‘तमाशा’ बना दिया है।’’ उन्होंने कहा कि आरोप लगाए गए हैं कि चन्नी ने अपने मंत्रिमंडल में ‘‘दागी’’ लोगों को शामिल किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अनुरोध करता हूं कि ऐसे लोगों को तत्काल हटाया जाए, उनके खिलाफ मामले दर्ज किए जाएं और उनसे सख्ती से निपटा जाए।’’
केजरीवाल ने चन्नी को पंजाब का मुख्यमंत्री बनने पर बधाई देते हुए कहा कि राज्य के लोग चाहते हैं कि वह बरगाड़ी बेअदबी मामले सहित पांच मुद्दों पर कार्रवाई करें। उन्होंने कहा, ‘‘बेअदबी की घटनाओं के षडयंत्रकर्ता को अब तक दंडित नहीं किया गया है। मुझे यह बताने की आवश्यकता नहीं है कि षडयंत्रकर्ता कौन हैं। उनके नाम कुंवर विजय प्रताप सिंह की रिपोर्ट में हैं और चन्नी इस रिपोर्ट को देख सकते हैं। दोषियों को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार किया जा सकता है।’’
केजरीवाल ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह द्वारा पंजाब के लोगों से किए गए वादों को चन्नी के नेतृत्व वाली सरकार को पूरा करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘अमरिंदर ने युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था और अब तक उन्हें नौकरी नहीं मिली, उन्होंने बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था। वह भत्ता दिया जाना चाहिए। उन्होंने किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया था।’’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार को बिजली खरीद समझौतों को रद्द करना चाहिए। उन्होंने चन्नी को याद दिलाया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में अपने पहले कार्यकाल के दौरान वह 49 दिनों तक सत्ता में रहे थे और इसके बावजूद, उनकी सरकार ने कई काम किए थे और पंजाब के मुख्यमंत्री के पास तो अभी भी चार महीने बचे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं पहली बार सत्ता में आया तो मेरे पास 49 दिन थे। उस अल्प अवधि के दौरान, मैंने बिजली की दरों को आधा कर दिया, पानी मुक्त कर दिया और भ्रष्टाचार को खत्म कर दिया। अगर मैं 49 दिनों की अवधि में इतने काम कर सकता हूं, तो चन्नी भी लंबित कार्यों को पूरा कर सकते है।’’
आप नेता ने कहा कि केवल उनकी पार्टी ही पंजाब में एक स्थिर और ईमानदार सरकार दे सकती है। उन्होंने कहा, ‘‘चुनाव में चार महीने बाकी हैं और चुनाव के बाद आप, एक ईमानदार और स्थिर सरकार देगी।’’
केजरीवाल के साथ राज्य इकाई के प्रमुख भगवंत मान और पार्टी के वरिष्ठ नेता राघव चड्ढा भी मौजूद थे।
यह पूछे जाने पर कि आप का मुख्यमंत्री पद का चेहरा कौन होगा, केजरीवाल ने कहा, "मैंने बार-बार कहा है कि हम एक ऐसा चेहरा देंगे जिस पर आपको और पूरे पंजाब को गर्व होगा।’’
इससे पहले दिन में, सिद्धू ने पुलिस महानिदेशक, महाधिवक्ता और ‘‘दागी’’ नेताओं की नियुक्ति पर सवाल उठाया था। सिद्धू ने स्पष्ट रूप से वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी इकबाल प्रीत सिंह सहोता का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘आज, मैं देख रहा हूं कि मुद्दों से समझौता कर लिया गया है।’’
सहोता शिअद-भाजपा सरकार द्वारा बेअदबी की घटनाओं की जांच के लिए गठित एसआईटी के प्रमुख थे।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं देखता हूं कि जिन्होंने छह साल पहले बादल परिवार को क्लीन चिट दी थी, उन्हें न्याय दिलाने की जिम्मेदारी दी गई है।’’ सिद्धू ने एपीएस देओल की राज्य के नए महाधिवक्ता के रूप में नियुक्ति पर भी सवाल उठाया।
सिद्दू को अमरिंदर सिंह के साथ टकराव के बीच 18 जुलाई को कांग्रेस की पंजाब इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। अमरिंदर सिंह ने दस दिन पहले मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
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