कोलकाता, 30 अक्टूबर : दिवाली के अगले दिन आंशिक सूर्य ग्रहण के लगभग एक पखवाड़े बाद भारत और दुनिया के कई अन्य देशों में आठ नवंबर को पूर्ण चंद्र ग्रहण दिखाई देगा. प्रसिद्ध खगोल विज्ञानी देबी प्रसाद दुआरी ने यह जानकारी दी. दुआरी ने कहा कि भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और रूस के अलावा एशिया के कई अन्य हिस्सों, उत्तर व दक्षिण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी अटलांटिक महासागर व प्रशांत महासागर क्षेत्र के लोग इस खगोलीय घटना का दीदार कर सकेंगे. दुआरी ने कहा कि पूर्ण चंद्र ग्रहण हर जगह नहीं दिखाई देगा और शुरुआत में लातिन अमेरिका के कुछ देशों में आंशिक चंद्र ग्रहण नजर आएगा.
उन्होंने कहा कि आठ नवंबर को भारतीय समयानुसार दोपहर दो बजकर 39 मिनट पर चंद्र ग्रहण शुरू होगा और लगभग तीन बजकर 46 मिनट पर यह पूर्ण चरण में पहुंच जाएगा. साढ़े चार बजे के आसपास चंद्रमा पूरी तरह से पृथ्वी की छाया से ढक जाएगा. दुआरी ने बताया कि पूर्ण ग्रहण पांच बजकर 11 मिनट पर समाप्त हो जाएगा, जबकि आंशिक ग्रहण शाम के छह बजकर 19 मिनट के आसपास खत्म होगा. उन्होंने कहा, ''भारत के सभी हिस्सों में ग्रहण चंद्रोदय के समय से दिखाई देगा, लेकिन आंशिक और पूर्ण, दोनों ही रूपों के प्रारंभिक चरण नहीं दिखाई देंगे, क्योंकि दोनों घटनाएं तब शुरू होंगी, जब देश में चंद्रमा हर जगह क्षितिज से नीचे होगा.'' यह भी पढ़ें : Chhath Puja 2022 HD Images: छठ पूजा के ये WhatsApp Stickers, GIF Greetings, Photos, Wallpapers भेजकर दें अपनों को बधाई
दुआरी ने बताया कि कोलकाता सहित पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों के लोग पूर्ण चंद्र ग्रहण के गवाह बन सकेंगे, जबकि देश के बाकी हिस्सों में लोगों को केवल ग्रहण का आंशिक चरण और उसमें होने वाली प्रगति दिखाई देगी. कोलकाता शहर में चंद्रमा पूर्वी क्षितिज से लगभग चार बजकर 52 मिनट पर निकलना शुरू होगा और इसके दो मिनट बाद पूरी तरह से दिखाई देगा. दुआरी ने बताया कि नयी दिल्ली में चंद्रोदय के बाद लगभग साढ़े पांच बजे से आंशिक ग्रहण देखा जा सकेगा, जिसमें चंद्रमा 66 प्रतिशत ढका नजर आएगा. उन्होंने कहा कि भारत में अगला पूर्ण चंद्र ग्रहण सात सितंबर 2025 को दिखाई देगा